Image by Rosy / Bad Homburg / Germany from Pixabay
रेणुका शहाणे द्वारा अभिनीत लघु फिल्म एक कदम से प्रेरित होकर दिल की गहराइयों से उत्पन्न मेरी भावनाएं....
आओ बढ़ाएं स्वयं के लिए एक कदम
आत्मसम्मान की करें रक्षा ना झुके हम
दूसरों की कठपुतली बन नेत्र ना करो नम
बढ़ चल प्रकाश की ओर पीछे छोड़ दो तम।
कभी मन की गहराइयों में जाकर झांको तुम
घने जंगलों की भूल भुलैया में ना हो जाओ गुम
हृदय को तृप्त करो ना रहो बुझी बुझी गुमसुम।
इच्छाओं को जलाकर जीवन तो किया भस्म
अरमानों पर झाड़ू लगा निभाई हर रस्म।
अब तो मनमानी के ताल से बना नई सरगम
रखो मन को अपने शौक से सराबोर सर्वप्रथम
खुद के पंखों पर कर भरोसा होगी तुम सफलतम।