फागुन मास में प्रकृति के परिवर्तन को अपनाया
नाच ,गाना, रंग ,गुलाल खूब शोर मचाया।
अब चैत्र मास अपने संग नव विक्रम संवत लाया
साथ में भक्ति रस का रंग बरसाया।
सर्वप्रथम मत्स्य की करके सवारी झूलेलाल जी का आगमन
फिर करें जगत जननी मां दुर्गा का हार्दिक अभिनंदन।
श्री राम का नाम जप कर,मूल्य जीवन का जान
फिर कष्टों का निवारण करने आएंगे श्री हनुमान।
अंबेडकर और महावीर जयंती भी इसी माह
इनसे प्रेरणा ले और शांत भाव अपना कर, रख विश्व शांति की चाह
सुगमता से पार हो जाएगी, फिर जीवन की दुर्लभ राह।