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आज तुम जीवन के 16 सावन में प्रवेश कर रहे हो सोचा तुम्हें कुछ ऐसा दूं जिसे तुम आजीवन अपने पास सुरक्षित रख सको तो आज मैं अपने ज्ञान के गुच्छे और अपनी भावनाएं तुमसे साझा करती हूं।

खुशनुमा सी हो गई मेरी जिंदगी पाकर तुम्हारी एक झलक, वीरान सा था मेरा घरौंदा तुम्हारे आने से मेरे प्यारे बच्चे मेरे आशियाने में आने लगी फूलों सी महक।

उक्त पंक्तियां पढ़कर तो तुम समझ गए होगे कि तुम्हारा मेरे जीवन में कितना महत्व है और मैं चाहूंगी कि जितना महत्व स्याही का पेन में है, खुशबू का फूल में है वैसा ही महत्व मेरा तुम्हारे जीवन में हो।

तुम जीवन की उस अवस्था में हो जो बहुत नाजुक है जरा सा तुम फिसले तो दुर्घटना निश्चित है। इससे तुमसे अधिक मुझे चोट लगेगी इस बात का ध्यान रखना। तुम मुझसे किसी प्रकार की बाते करने के लिए स्वतंत्र हो। वो बाते यार की ,प्यार की, पसंद की,नापसंद की,पढ़ाई की,नशे की किसी भी प्रकार की बाते हो सकती है।

पर अभी तुम्हे अपनी कल्पना को उड़ान देना है। 

जीवन के इस कैंप में एक हीरो बनना है। संयम परिश्रम समयबद्धता को अपनाकर आलस्य क्रोध और उतावलेपन को दूर करना है।

तुम्हारा वर्तमान
रचे नया कर्तिमान
राम सा मिले सम्मान
कृष्ण सा मिले सद्ज्ञान
उपलब्धियां से भरा हुआ हो आसमान
जहां ना मिले कष्टों को स्थान
जारी रहे सफलता का अभियान

अधरों पर खिली रहे मुस्कान
उन्नति की भरो उड़ान
गर्वित हृदय हो मेरा बनो तुम मेरा अभिमान।
ढेर सारी आशीष और आशीर्वाद के साथ ये पाती समाप्त करती हूं।

~ तुम्हारी मां

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