तेईस अगस्त की वो अदभुत सफलमयी शाम
जब विक्रम व रोवर ने लिया चांद का हाथ थाम।
ये अविस्मरणीय मंजर देख रहा था पूरा आवाम
नतमस्तक हो हर भारतवासी कर रहा था सलाम।
अल्प व्यय,अल्प संसाधन से इसरो ने पाया ये मुकाम
इसरो के वैज्ञानिकों ने बखूबी निभाया अपना काम।
दक्षिणी ध्रुव का दुर्लभ पथ कहां था आसान
अथक प्रयास से भारत के विज्ञान ने रचा नया कीर्तिमान।
दुआ है ये भारत के जनता की,सफल हो हर अभियान
नित नए आविष्कारों से अग्रणी रहे हिंदुस्तान।
आदित्य मिशन भी सफल हो जैसे हुआ चंद्रयान
सूरज पर भी तिरंगे को लहराकर बनाए नई दास्तान।
सभी मिलकर गाए,अपना सीना तान
जय विज्ञान, जय अनुसंधान
जय जय जय हो मेरे प्यारे हिंदुस्तान।।।।

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