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मैंने एक वर्ष पूर्व ही लिखना शुरू किया मैंने किसी को नहीं बताया जब धीरे-धीरे कई मंचो के साथ जुड़ती गई अच्छी कविता ,कहानियां गढ़ने लगी फिर लोगों को बताना शुरू किया। लोगों का तो काम है कुछ कहना कहने लगे लिखने का क्या है क्या इससे कुछ धन अर्जित कर पाओगी?

मैंने कहा हर कला का अपना महत्व है सभी को धन की तराजू में तोला नहीं जाता। कुछ कार्य किए जाते हैं मन के सुकून के लिए। जैसे पेट की भूख को शांत करने के लिए खाना दिया जाता है वैसे ही वैसे ही मन को सुकून देने के लिए मनपसंद कार्य विधि की जाती है।

बस ऐसे ही सवाल चलते गए कभी कम ना हुए कहते हैं अपना वक्त बर्बाद कर रही हो।

मैंने कहा वक्त को संवार रही हूं। किसी भी कार्य की शुरुआत शून्य से ही होती है। कोई बिना पढ़े डॉक्टर इंजीनियर नहीं बन जाता दर्जे ब दर्जे सीढियां चढ़ना पड़ता है। माना कि मैं अभी पहले दर्जे में हूं।और एक दिन आएगा जब मै भी सभी सीढियां पार कर अपनी मंजिल पर पहुंच जाऊंगी।

और आज मैं अपनी अभिव्यक्ति रिफ्लेक्शन लाइफ के समक्ष प्रस्तुत कर रही हूं। मुझे तीन बार पुरस्कार प्राप्त हुआ है यह मेरे लिए बड़े गौरव की बात है। यह तो घास का एक तिनका है लेकिन पक्षी इन तिनकों को जोड़ कर ही अपना आशियाना बनाते हैं। हालांकि मंजिल अभी बहुत दूर है लेकिन कोशिश करना भी जरूर है।

लोगों को भी तो समझाना है कि कविता और कवि क्या है?

एक कवि अपनी कविताओं से जीवन के तत्व और सौंदर्य का रंग भरता है। एक दर्जी सुई को धागे में पिरोकर कपड़ा तैयार करता है उसी तरह एक कवि शब्दों को पिरोकर कविता की रचना करता है।कवि अपने शब्दो के चोगो से वार करता है।जीवन के कर्म क्षेत्र में कवि के विचार उसके रथ और शब्द शस्त्र होते हैं जो मिलकर उसके साथी और सारथी बनते है।

सीमित शब्दो में अपने विचारो का व्याख्यान
कविता करना कहां इतना आसान।

प्रेरक भी हो,उसमे छुपा हो कोई ज्ञान
ये तो भैया वही करे जो हो विद्वान।

कविता एक प्रकार का नशा है जिससे जीवन की कठनाइयों से आराम मिलता है।एक अजनबी सी तृप्ति है आत्मा की शांति है।समस्या का समाधान है।

सभी गुजरे हुए लम्हों का किस्सा है
तो कभी टूटे हुए दिलों का हिस्सा है।
कभी दिलों को जोड़ने की कड़ी है
तो कभी किसी के जज्बातों की लड़ी है।
कभी किसी के मनोभाव को प्रकट करती है
तो कभी किसी के विरह वेदना को प्रकट करती है।
कभी दूर करती किसी की तन्हाई
तो कभी समस्या की करे रिहाई।

एक कविता क्रांति भी ला सकती है और गीता का ज्ञान भी दे सकती है।इसलिए कवि को तुच्छ ना समझे उसे भी आदर का पात्र बनाए।सभी कवियों लेखकों को कविता दिवस की शुभकामनाओं के साथ इस लेख को समाप्त करती हूं।

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