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तारों के नीचे हमारी छोटी सी दुनिया
जिसमें समाहित है लोगो की कहानियां 
सपनों के गुलेल से बनाते जीवन की बगिया
बीजों को अंकुरित कर खिला देते कलियां
स्वीकार कर लेते नित्य नवीन चुनौतियां
आशाओं की बना लेते छोटी-छोटी बस्तियां
जो बनती खुशहाल जीवन जीने का जरिया
प्यार इश्क मोहब्बत का बहता रहता दरिया।
इसी तरह बनती बिगड़ती करती अठखेलियां
तारों के नीचे हमारी छोटी सी दुनिया।

परिजनों के प्रेम से पनपता परिवार
मां के सहयोग से काया को मिलता आकार
पिता के मार्गदर्शन से जीवन को मिलता आधार
बुजुर्गों के सानिध्य में सीखते जीवन का श्रृंगार
एक ही छत के नीचे स्नेह की चलती ब्यार।
इसी तरह बनती बिगड़ती करती अठखेलियां
तारों के नीचे हमारी छोटी दुनिया।

प्रकृति के संग बदलते मौसम के साथ समर्पण
रिश्ते नातो के संग करते स्वयं को अर्पण
कभी नेह कभी घृणा का होता चित्रण
कभी खुशी कभी ग़म कभी मिलता सुकून का दर्पण
जिंदगी की राहों में हम जैसे छोटे पत्थर तराशने की तलाश
 में हर मार्ग में करते तर्पण।
इसी तरह बनती बिगड़ती करती अठखेलियां
तारों के नीचे हमारी छोटी सी दुनिया।

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