हाल ही में चीन से खबर आ रही थी कि एक 13 साल की लड़की ने ऑनलाइन गेमिंग पर 4,49,500 युआन खर्च करके चार माहिन के अंदर अपने परिवार की बचत को पूरी तरह से खर्च कर दी है। बात करें 4,49,500 युआन की तो कुल 52,19,809 रुपये भारतीय रुपये होंगे। हम इस बात को सुनकर उस 13 वर्ष लड़की को नासमझ कह सकते हैं। परंतु सोचने वाली बात में आज की पीढ़ी और हमारी पीढ़ी में कितना बदलाव आ चूका है आज की पीढ़ी आधुनिकीकरण के पीछे इतनी ज्यादा भाग रही है कि खुद के लिए समय नहीं निकल पर है।
मैं ये नहीं कहूंगी कि मॉडर्नाइजेशन ने हमें कुछ नहीं दिया, पर उस कुछ नही हमारी लाइफ को कहीं ना कहीं कठपुतली बना दी है जो मॉडर्न बनाने के पीछे भागी जा रही है। उस लड़की की ही बात करें उसकी उम्र में हम लोग पार्क में जा कर खेला करते थे लेकिन अब पार्क की जगह में वीडियो गेम ले ली। जिससे बच्चो में शारीरिक विकास नहीं हो पा रहा है। बच्चे खाना खाना भूल गए हैं। बच्चे खाना खाना भूल गए हैं। बच्चे खेलना कुदना भूल गए हैं। में अपने गांव में सर्वे की तो पाई की 1 साल के बच्चों के हाथ में भी मोबाइल नामक यंत्र दे दिया जाता है। अभिभावकों का कहना था कि इससे बच्चे बिना कुछ नखरा के खाना खा लेते हैं, रोते नहीं है, ...क्या ये करना उचित है।
आप ही विचार करें क्या इससे बच्चों के स्वास्थ्य पर बुरा प्रभाव नहीं पड़ेगा? अज न केवल बड़े बालक बच्चे भी मोबाइल जैसी यंत्रों के प्रकोप में आ चुके है। मैं अभिभावको से अनुरोध करूंगा कि आपके अपने बच्चों के लिए व्यस्त दुनिया में अपना कुछ समय दें। बच्चो को बाहर वॉक पर ले जाए। प्ले ग्राउंड में खेल खुद करवाए। जिस से न केवल बच्चे का स्वास्थ्य अच्छा रहेगा आपीतु आपकी मानसिक स्वास्थ्य और शारीरिक स्वास्थ्य दोनों बनी रहेगी।