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सावन की एक बूंद का
कबसे इंतजार है
प्यासे पपीहे को
जंगल के मोर को
बच्चों के शोर को
सुखी हुई डाली को
अंबर की लाली को
कबसे इंतजार है..............1
किसानों के खेत को
तपती हुई रेत को
मेढक की गूंज को
चिड़ियों के झुंड को
कोयल की कूक को
कबसे इंतजार है................2
हर एक मीत को
सावन के गीत को
सोलह सिंगार को
प्रेमी के प्यार को
तीज त्योहार को
कबसे इंतजार है...............3
बागों में झूले को
गांव में मेले को
जामुन की डाली को
बागों में माली को
तपती हुई भूमि को
कबसे इंतजार है...............4

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