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ऐसे जमीन नहीं झुकती आसमान नहीं झुकता,

एक बार असफल हो जाने से जीवन नहीं रुकता।
माना कि इस बार गिरे हो तुम, पर यह तुम्हारी हर नहीं है।
और फिर असफलता को तुम पर हावी होने का भी कोई अधिकार नहीं।
यह केवल एक पड़ाव है सफलता की सीढ़ियां चढ़ने का,
और अपनी चुनी हुई राहों पर आगे बढ़ने का यह एक सीख है,
इससे सीखो और आगे बढ़ो अपनी सफलता की सीढ़ियां तुम शान से चढौ।
असफलता से सीखने वाला सदैव आगे बढ़ता है, और जीवन में आगे जाकर सोने की भांति निखरता है।
इसे डर कर बैठ जाना एकमात्र उपाय नहीं है, क्योंकि असफलता जीवन का अंतिम अध्याय नहीं है ।
हार होगी तब तुम्हारी जब तुम हार लोगे मान और इस छोटी सी असफलता को अपना जीवन लोगे जान।
कभी-कभी असफलता की रस्सी से बंधना भी जरूरी है
क्योंकि सफलता भी असफलता के बिना अधूरी है।
चलो! फिर से उठो क्योंकि तुम्हें बनना है वह चट्टान की जिससे टकराकर तुम्हारे रास्ते में आने वाली हर मुश्किल बहे जाए,
और जाते-जाते तुम्हारे संघर्ष की कहानी कह जाए।

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