बक्श देता है खुदा उनको।
जिनकी किस्मत ख़राब होती है।
और वो हरगिज नहीं बक्शे जाते।
जिनकी नियत ख़राब होती है।।
ना मेरा एक होगा,
ना तेरा लाख होगा।
ना तारीख तेरी होंगी,
ना मजाक मेरा होगा।।
ग़ुरूर ना कर
इस साहे शरीर का।
तेरा भी खाक होगा,
मेरा भी खाक होगा।।
जिंदगी भर ब्रांडेड ब्रांडेड करने वालो।
ये याद रखना
कफन का कोई ब्रांड नहीं होगा।।
कोई रो कर दिल बहलाता है,
तो कोई हंस कर दर्द छिपाता है
क्या करामात है कुदरत का
जिन्दा इंसान पानी मे डूब जाता है,
और मुर्दा तैर कर दिखता है।।