प्रकृति की सौंदर्य में, एक नया सवेरा है,
सूरज की मुस्कान से, सब कुछ रौंगतीरा है।
पहाड़ों की ऊँचाई से, नदियाँ बहती हैं,
फूलों की खुशबू , हवा में महकती है।
पक्षियों की छाया में, हर कोई सुर गाता है,
प्रकृति की छाया में, हर दिन नया रंग सजाता है।
वन में चहल-पहल, हर कोने में धूप बिखरती है,
आसमान में तारों की बातें, रात को चमकती है।
यह एक प्राकृतिक दिन है, जिसमें सुंदरता की कहानी है ,
प्रेम भरा इस दिन में, प्रकृती की महिमा सुहानी है।
प्रकृति की महिमा से, हर पल सजाना है,
फूलों की झिलमिल से, बनता हर सपना मीठा और सुहाना है।
बाग़ की सवारी में, नया रंग चमकता है,
प्रकृति की कहानी में, हर पत्ता कहानी सुनाता है।
चहचहाहट पक्षियों की भीड़ में, मौसम का इज़हार है,
प्रेम भरी राहों में, हर रोज़ बदलता इज़हार है।
नीले आसमान के नीचे, बहती नदियों की धारा है,
प्रकृति की बाहों में, हर दिन नया सुहाना है।
एक प्राकृतिक महाकाव्य में , प्रकृति की महिमा का एक आभास है,
आ जाओ, इस नए सफर में, जिसमें प्रकृति की मिसाल सबसे खास है।