भारत! इस एक शब्द मे 140 करोड़ आबादी की भावनायें छुपी हुई है, इस एक शब्द को सुनकर ही ऐसा लगता है जैसे भावनाओ का ज्वार मन मे उठ रहा हो. दुनिया के बड़े से बड़े विकसित देश भी भारत की बराबरी नहीं कर सकते वजह है भारत दुनिया के माथे की बिंदिया ही है. वही भारत जहां सभ्यता सबसे पहले विकसित हुई, सिंधु घाटी जैसी सभ्यता विश्व मे कहीं और दिखाई दे ये नामुमकिन है. भारत कई सदियों से गवाह रहा है कि उसकी जमीन पर कितनी महत्वपूर्ण चीज घटी है. चाहे वो वेदो की रचना हो या फिर सम्राट अशोक और महाराणा प्रताप जैसे वीर महापुरुषों का इस धरती पर जन्म लेना. शायद भारत ने ही ऐसे इकलौते सम्राट को दुनिया के सामने पेश किया होगा जो युद्ध का मंजर देखकर आवाम के लिए दुखी हो और कभी युद्ध ना करने की ठान ले.
भारत की पावन धरती ही तो गवाह है कि स्वंय पुरुषोत्तम भगवान विष्णु ने जब श्री राम अवतार लिया तो उन्होंने भारत मे ही जन्म लिया यही अपनी लीला रची, ये वो धरती है जो श्री कृष्ण की रासलीला की गवाह है. जहां महाभारत युद्ध हुआ है तो वही गीता की गरिमा भी इसी धरती पर घटित हुई, जहां गौतम बुद्ध और स्वामी महावीर ने कठिन तप किया. ये वो धरती है जहां नदियों को भी माँ कहकर संबोधित किया जाता है और धरती को भी, यही वो धरती है जहां की हर स्त्री मे दुर्गा, लक्ष्मी और सरस्वती वास करती है. इस देश मे गंगा, यमुना, सरस्वती इत्यादि जैसी कई पवित्र नदिया बहती है तो यही हिमालय स्थित है. देखा जाए तो भारत ने बहुत कुछ सहा भी है अंग्रेजो ने जब इस पावन धरती को गुलाम बनाया और यहां के लोगों पर अत्याचार किया वो समय दुखद था फिर भी भारत अटल रहा जहां देश प्रेमियों के खून की नदियाँ बहती है, जलियांवाला बाग जैसा दुखद घटनाक्रम भारत का दुखद इतिहास है. ये धरती हमेशा सजी रही भगत सिंह, राजगुरु, सुखदेव जैसे वीरों के बलिदान से जहां चन्द्रशेखर आजाद जैसे नवजवान खुद की कनपटी पर गोली मार लेते हैं पर अंग्रेजो के हाथ मरना उन्हें नहीं पसंद. भारत ने विभाजन का दर्द भी सहा है उस समय का मंजर आज भी लोगों के जेहन मे ताजा है, आज भी लाखों की संख्या में जवान शहीद हो जाते हैं सिर्फ अपनी मातृ भूमि की रक्षा करते हुए! अपने देश को माँ सिर्फ भारत वासी ही बुला सकते हैं. आज भी भारत मे बहुत दुखद घटना घटती है जैसे कि जातिवाद और धर्मवाद, नारियों से बलात्कार ये सब आज भी हमारी प्रगति मे अड़चन है, मुझे बस यही शिकायत है कि सरकार को बलात्कारियों के लिए कठिन सजा देनी चाहिए.
हमारा देश दुनिया का इकलौता देश है जहां एक ही धरती पर अनगिनत धर्म मौजूद हैं जहां की धरती प्यार से सबको गले लगाती है. यहां के हर क्षेत्र मे अलग अलग भाषाओं का संस्कृति का समागम है और हमे इसपर गर्व करना चाहिए क्यूंकि ऐसा दुनिया मे दूजा कोई देश नहीं है. भारत ने विभिन्न तरह की त्रासदी झेलने के बाद भी दुनिया को बहुत कुछ दिया है मसलन अगर भारत ने शून्य और दसमलव दुनिया को ना देता तो दुनिया आगे ही ना बढ़ती, भारत बहुत से ऋषि मुनियों को पावन तपोभूमि है, इस देश जैसी संस्कृति और कहीं नहीं मिलेगी. भारत आज एक प्रगति की ओर अग्रसर देश बन चुका है पिछले साल ही भारत विश्व की पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बना था ये भी हमारे लिए बहुत ही गर्व की बात थी तो वही अभी हाल ही मे भारत विश्व का पहला ऐसा देश बना जिसने सफ़लता पूर्वक चंद्रयान की लैंडिंग चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर करवा दी. ये वो अवसर है जब भारत विश्व गुरु बनकर उभर रहा है, पूरे विश्व में भारत का परचम लहर रहा है. चंद्रयान - 3 की सफ़लता भारत के इतिहास मे हमेशा याद रखी जाएगी पूरा देश और विश्व नमन करेगा इसरो के वैज्ञानिकों को, चंद्रयान की लैंडिंग भारत की प्रगति मे चार चांद लगाती है पूरी दुनिया की नजरें अब भारत पर टिकी हुई है. भारत और भी प्रगति करेगा बस हम भारत वासियों को यही चाहिए कि हम आपस मे भाई चारा कायम रखे और एकजुट होकर विश्व की अपनी विविधता मे एकता दिखा दे, बाकी तो यही कहना चाहेंगे कि चंद्रयान की सफ़ल लैंडिंग तो बस शुरुआत है आगे आगे देखिये होता है क्या.
मुझे बहुत ही गर्व है अपने भारतीय होने पे... मेरा भारत महान है और भगवान करे ये और बढ़े बढ़ता ही रहे और फूले फले.