जीवन की गरिमा कैसी हैं?
जैसे रंगों में रंग घुले।
मैं नये उमंगे भरता हूं
नए युवा का संग मिले।
चाहे जीवन में तूफान मिले
अंगारों पर चाहे चलना हो।
कांटों से कांटे मिलना हो
हर कीमत पर गुलाब का खिलना हो।
तुमसे मिलकर जो अच्छा लगा
कुछ ऐसा कहीं अपना सा लगा।
जो पूरे हो गए भाव मेरे
सच होता जैसे सपना लगा।
जो बात है तो झट से कहना
कुछ राग सही ,अनुराग सही।
हर बात - बात का क्या नाता?
बहने को आगाज से ही।
तू मुझमें बसा , मैं तुझमें बसा
मैं तुमसे मिलने आया हूं।
कुछ अतरंगी, कुछ सतरंगी, हर बहुरंगी
मै नये तराने लाया हूँ।
मेरी जिंदगी , तू आज कहीं
कुछ आज बात , अपना जो पता।
कहीं खो सा गया, मैं सो सा गया
मै हो जो गया लापता सो लापता।
कुछ राज बता, परवाज नया
कुछ धुन को पता, हर साज नया।
खो जाओ तुम उस धुन मे
पर आज कहीं आग़ाज नया।