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उन्होने कहा हमसे, मोहब्बत है तुमसे
ता उम्र करेंगे वफा, जान भी कदमों में रख दें, जो मिल जाए तुम्हारी रजा
ये दिल जो टूटा था तो भरते कैसे रजा
हमने कहा-
आमां जनाब गजब मजाक करते हो, कहां टूटे कांच के टुकड़ों में जाम भरते हो,
यहां पल भर की खबर नही, कहां ज़िंदगी भर साथ निभाने की बात करते हो||
बोले -जो हो तेरी इजाजत तो चांद तारे भी तोड़ लाऊं, चांद को उतार फलक से सारी कायनात तुम्हारे लिए सजाऊं|
हमने कहा-
मुमकिन नही है, हालत नहीं है मेरे हाथ,
कैसे कह दूं रह सकते हो तुम मेरे साथ,
क्यूं ऐसी बाते सामने रखते हो, कहां तुम चांद सितारों की बात करते हो,
पहले पुराना मसला तो सुलझने दो, कहां नए जंग का आगाज करते हो ।।
अधूरे से हम गुमनाम बन कहीं रह जायेंगे।।
तुम्हारे जज्बातों को समझते हैं,
खम्बख्त बड़ा दर्द है इस मोहब्बत में,हम अंजाम देख चुके हैं तभी दोबारा करने से डरते हैं।।