दिवाली है हिन्दुओ का प्रमुख त्यौहार।
मनाते है कार्तिक माह की अमावस्या पर हर बार।
इस दिन श्री राम अपना चौदह वर्ष का वनवास पूर्ण कर अयोध्या वापस लौटे आए थे।
प्यार से इस दिन दिल से दिल मिल जाते है।
साथ मिल सब मां लक्ष्मी के पूजा कर दीप जलाते है।
खुशियों से बने महल को सब रोशनी से सजाते है।
चलो इस बार आत्मनिर्भर दिवाली मनाते है।
अपने स्वदेश बनी चीजों से घर की रौनक बढ़ाते हैं।
आत्मनिर्भर भारत अभियान को बढ़ावा देने के लिए
अब तो सरकार ने भी की एक नई शुरुआत।
स्वदेशी को लोकप्रिय बनाया, चीन को मात देने की तैयारी।
दिल्ली के इस्कॉन मंदिर और नागपुर के कई घरों में इंदौर में बने दीये झिलमिलाएंगे।
दीपावली की खुशियां सजेंगी,परिवारों में 'आत्मनिर्भरता' का प्रकाश फैलाएंगे।
आर्थिक परेशानियों से जूझ रहे घरों को परेशानियों से बचाएंगे।
आत्मनिर्भर भारत' की ओर अब शहर की उन महिलाओं ने बढ़ाए हैं अपने कदम।
अभी तक सिर्फ घर की चार दीवारी तक ही सीमित था जिनका दम।
स्कूल कॉलेज के बच्चे भी रहते है कहां पीछे।
चलो इस बार आत्मनिर्भर दिवाली मनाते हैं।
खुद के बने दीप जलाते हैं।
खुद से बने सजावट के समान से आशियाना सजाते है।