Image by Jeff Jacobs from Pixabay
क्यों मिटा रहे हो वजूद मेरा इस दुनिया में आने से पहले,
क्यों बंद कर रहे हो आंखें आंख मिलाने से पहले ।
जब तुम ही मेरे सब कुछ हो तो ये भी है मंजूर मुझे,
बस गलती क्या है एक बार बता दो मुझे मिटाने से पहले ।।
क्या लड़की होना पाप है जो कोख से ही झेलना पड़ता अभिशाप है,
मैं ही तो मां हूं मैं ही तो बेटी हूं,
जीवन के हर मोड़ पर साथ तेरे मैं ही तो खड़ी होती हूं।
जीवन का आधार सोच लो हमे सुलाने से पहले,
बस गलती क्या है एक बार बता दो मुझे मिटाने से पहले ।।
दिखला दो बस एक दफा ये सुंदर दुनिया मुझको भी,
एक दफा गोदी में लेकर सहला दो प्यार से मुझको भी ।
क्यों उजाड़ रहे मेरी दुनिया को दुनिया में आने से पहले,
बस गलती क्या है एक बार बता दो मुझे मिटाने से पहले ।।
मैं ना आई तो कलाई में राखी किससे बंधवाओगे,
खुद का वंश चलाने को तुम बहु कहा से लाओगे ।
बिन मेरे बागनो मे कैसे तुम गीत प्रेम के गाओगे,
क्यों दबा रहे मेरी बातों को हर बात बताने से पहले,
बस गलती क्या है एक बार बता दो मुझे मिटाने से पहले।।
सरस्वती का ज्ञान हम्ही से, लक्ष्मी जैसा मान हमीं से,
अपराधो को खत्म करे जो, दुर्गा विधि का विधान हमीं से ।
ममता, शक्ति, त्याग, मोहब्बत इन सब की पहचान हमीं से
श्रृष्टि का अंजाम सोच लो हमे जलाने से पहले ।।
बस गलती क्या है एक बार बता दो मुझे मिटाने से पहले ।।
चाहे तो इतिहास देख लो हर युग में आगे आई हूं,
सीता भी मैं थी, द्रौपदी भी मैं, मैं ही तो अहिल्याबाई हूं,
अंग्रेजो को जिसने दूध छठी का पिला दिया, मैं ही वो लक्ष्मीबाई हूं।
क्या भूल गए उन बलिदानों को कलयुग में आने से पहले,
बस गलती क्या है एक बार बता दो मुझे मिटाने से पहले।।
. . .