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तनाव के नकारात्मक प्रभाव को दूर करने में कारगर है हास्य योग

--लेखक डा. होशियार सिंह कनीना--

हंसना एक कला है। हंसने से सभी रोग नष्ट हो जाते हैं। नीरसता, थकान और तनाव आज हमारे भागदौड़ भरे जीवन का हिस्सा बन गए हैं। क्रोध, भय, तनाव के नकारात्मक प्रभाव को जीवन से समाप्त करने के लिए हास्य योग का विशेष प्रभाव है। हंसने, हंसाने से मानसिक तनाव दूर होता है और शरीर की प्रतिरोधक क्षमता भी विकसित होती है। इसलिए किसी पर हंसने की जगह, सभी के साथ हंसना सीखें तो जीवन स्वस्थ और खुशनुमा हो जाएगा।

आधुनिक समय में सहज मुस्कान लुप्त होती जा रही है। हास्य क्लब और मुस्कान सेंटरों पर भीड़ बढ़ रही है। इससे हमारे तनाव भरे जीवन का पता चलता है। तनाव को कम करना अंतिम संरचना तक को मजबूत करना है। इससे मुक्ति सांसों को मजबूत करती है और चेहरे पर अनोखी आभा का संचार करती है। एक छोटा बच्चा दिनभर में 300 से ज्यादा बार हंसता है, लेकिन हमने बड़े होकर मुस्कुराना ही छोड़ दिया है।

हास्य योग के प्रकार

बेली हास्य योग

हास्य से रक्त में आक्सीजन का संचार होता है, जिससे शरीर स्वस्थ रहता है। पेट को कम करने लिए दोनों हाथों को पेट पर रख कर जोर-जोर से हंसना बेली हास्य कहलाता है। इससे बढ़ा हुआ पेट भी घटता है, जो आज की प्रमुख समस्या है।

गाड़ी हास्य योग

वाहन चलाते समय यातायात नियमों का उल्लंघन कर कोई सामने आ जाता है, तो पूरे शरीर में क्रोध भर जाता है। कुछ लोग तो तनाव में आकर अवसाद तक में पहुंच जाते हैं। ऐसी स्थिति में अपनी गलती ना होते हुए भी, मानकर मुस्कान बिखेरने से हम विवाद और तनाव दोनों से बचेंगे। इसका निरंतर प्रयास करना चाहिए।

ताली हास्य योग

तालियां लगातार बजाना ताली हास्य कहलाता है। इसमें बच्चों की तरह जोर-जोर से तालियां बजाकर हंसना होता है। इससे शरीर तनाव रहित हो जाता है। तालियां बजाने से एक्युप्रेशर ट्रीटमेंट भी होता है।

मौन हास्य योग

इसमें मुंह तो खुला ही रहता है, जैसे अवाक वाली हंसी। इससे हंसी की लहरें पूरे शरीर में घूमती हैं, यह बंद नाडिय़ों में रुकावट को दूर करता है। रक्त का संचार पूरे शरीर में होने लगता है और शरीर हल्का महसूस करता है।

खुलकर और जोर-जोर से ठहाके लगाने से शरीर में रक्त के संचार की गति बढ़ती है। इससे पाचन तंत्र अधिक सक्रियता से कार्य करता है और फेफड़े भी मजबूत होते हैं। दूषित वायु शरीर से बाहर निकल जाती है। हंसने से पसीना अधिक आता है, जिससे शरीर की गंदगी बाहर निकलती है। इसलिए हास्य योग हर प्रकार से मनुष्य के लिए परमात्मा का दिया हुआ बेहतरीन वरदान है। निलेश मुद्गल पतंजलि योग पीठ भी यही जानकारी देते आ रहे हैं।

हंसने वालों के कभी काम नहीं रुकते हैं और व हर जगह सफल होते हैं। ऐसे में सदा हंसी चेहरे पर बिखेरते रहिये चाहे गम क्यों न आ पड़े। वरना यह जमाना रोने वाले को रुलाता ही रहेगा।

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