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आज हम जिस विषय की बात कर रहे हैं वो एक महिला के जीवन के बारे में है, या यूं कहिए कि "महिला के संघर्षी जीवन" के बारे में है. अब कुछ लोग ये बात सुनकर चौंक जाएंगे या हंसेंगे और कहेंगे कि अरे कैसा संघर्षी जीवन, करती क्या हैं वो, क्या‌ पूरा दिन बाहर धूप में कमाती है. बस घर पर ही तो रहती है, तो फिर क्या संघर्ष, तो दोस्तों/ मित्रों यही सोच तो गलत है हमारी कि कभी हम उनके जीवन संघर्ष पर ध्यान नहीं देते हैं तो चलिए आज हम उनके जीवन के पहलुओं की ओर ध्यान देते हैं और समझते हैं उनके संघर्ष के बारे में. ये बात सच है कि कुछ महिलाएं घर में रहती हैं बाहर कमाने नहीं जाती लेकिन जो महिलाएं घर में काम करती है बिना रूके, चौबीस सौ घंटे अपने परिवार की देखभाल करती है, बिना अपनी परवाह किए और बिना छुट्टी लिए सर्दी, गर्मी, बरसात, आंधी, तूफान चाहें जो आएं वो कभी नहीं रूकती है! ज्यादा तेज तूफान आने पर तो वाहन भी रूक जाते हैं, ज्यादा तेज बारिश आने पर बच्चें भी स्कूल की छुट्टी ले लेते हैं, और आदमी अपने काम की छुट्टी ले लेते हैं, लेकिन एक महिला ही होती है जो तेज बारिश और तूफान में भी काम ही करती रहती है! सुबह की चाय से लेकर रात के खाने तक सबका ध्यान रखती है! अभी कोरोना काल में लाकडाऊन होने पर पूरा देश बंद हो गया या कहिए की रूक गया, आदमी काम पर नहीं गये और बच्चों के भी स्कूल बंद हो गए लेकिन एक महिला ही ऐसी थी जिसका लाकडाऊन नहीं था, जिसकी काम से छुट्टी नहीं हुई एक भी दिन की बल्की महिला का संघर्ष दोगुना हो गया! 

अभी जहा वो घर के काम करके थोड़ा समय अपने लिए निकालतीं थी वो समय भी उसका अब उसका घर के कामों मे लग गया! तो आप सबको समझ आ ही गया होगा कि ये परिभाषा है महिलाओं के संघर्षी जीवन की, कि कैसे वो अपना अस्तित्व मिटा देती है, अपनी पहचान छोड़ देती है! फिर भी लोग पूछते है उनसे कि वो घर में पूरा दिन करती क्या हैं, तो उन लोगों को उनका जवाब मिल गया होगा! जो लोग महिलाएं के घर के काम को छोटा समझते हैं, उनके इस संघर्ष को नहीं मानते हैं वो खुद एक महिला की जगह घर संभालें ओर जाने कि सबका ध्यान रखना, घर की जिम्मेदारी उठाना और वही कोई गलती हो जाएं तो बाकी के सारे काम छोड़ के बस वो गलती याद दिलाते रहना और उसके बाद भी उसी काम को हजार बार रोज करना, कितना कठिन है या आसान ये उन्हें खुद समझ आ जाएगा. महिलाओं का जीवन अनमोल है! वो सबसे ऊपर है! सम्मान करो अपने घर की महिलाओं का. हम यहां ये नहीं कह रहे हैं कि घर का काम करना ग़लत हैं या ये कोई छोटा काम है. हम जवाब दे रहे हैं उन लोगों को जो घर के कामों को छोटा समझते हैं और महिलाओं को हमेशा पीछे मानते हैं! आज उन सभी लोगों को ये सब पढ़ के ये समझ आ जाएगा कि महिलाओं का भी जीवन संघर्षों से भरा है तभी तो वो खुद में एक मिसाल है, एक उदाहरण पेश करती है! क्योंकि वो महिला एक नायिका हैं 

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