“नया घर नई ऊर्जा का सूचक होता है,
नया घर नई खुशियां समेटे आता है।“
नए घर में आगमन कर प्रवेश करते हैं,
नित-नवीन खुशियों का प्रेषण, सन्देश करते हैं,
नवीन विचारों का आचमन कर नव-निर्माण की ओर
उन्मुख होकर नए घर का आह्वान करते हैं,
नई आशाओं, उम्मीदों की प्रस्फुटित किरणों से
सराबोर हम नए घर में प्रवेश करते हैं,
सुख-समृद्धि का सूचक रहे सदा,
सभी प्राणियों को प्रसन्नचित्त रखे सदा,
कुछ इसी प्रकार की विशिष्ट अनुकम्पा लिए
ईश्वर से प्रार्थना करबद्ध करते हैं,
नए घर की चारदीवारी हँसी -ठहाकों,
कहकहों से हमेशा गुंजायमान रहे,
कुछ ऐसी ही हम इससे उम्मीद करते हैं,
अपने हृदय की अतल गहराइयों में नित-नूतन स्वप्न संजोए,
छोटी-छोटी जीवन से भरी अनगिनत स्मृतियों को
समेटे, सहेजे अपने ही मन के उमड़ते-घुमड़ते ख्यालों और
जज़्बातों से हम दो-चार होते हैं,
नए घर में अपने आराध्य इष्टदेव ईश्वर की प्राण-प्रतिष्ठा करते हैं,
नए घर में आगमन कर गृह प्रवेश करते हैं,
सबको साथ लेकर, सबके साथ उनके सुख में, दुःख में
सम्मिलित होकर, नए युग का शुभारम्भ करते हैं,
नए घर में प्रेम, स्नेह, आत्मीयता और विश्वास की नई नींव धरते हैं,
अपने घर की अट्टालिका को दीयों की पंक्ति से अलंकृत करते हैं,
अपने घर को सुगन्धित धूप, अगरबत्ती और
लोबान से दैदीप्यमान करते हैं,
अपने घर की दहलीज़ को सतरंगी पुष्पों से पल्लवित करते हैं,
स्वच्छता से सुसज्जित कर घर के ओने-कोने को सुवासित करते हैं,
नए घर को सुनहरी, रुपहली चादर सरीखी
मनभावन रंगोली से सजाते हैं,
नवीन इरादों, अभिलाषाओं, रुचियों, जीवन मूल्यों और
संस्कारों की सूची को और प्रगाढ़ बनाते हैं,
अपने घर में सच्चाई, पवित्रता और शुद्धता को प्रतिष्ठित करते हैं,
नवीनता और आधुनिकता के संगम से
अपने घर की दरों-दीवारों को नायाब बनाते हैं,
हँसते-खिलखिलाते, मिलते-मिलाते,
दुःख में, सुख में, सबका साथ निभाते-निभाते,
अपने मित्रों, नाते-रिश्तेदारों, पड़ोसियों और
सगे-सम्बन्धियों से जान-पहचान बढ़ाते हैं,
प्यार की गहराइयों और मित्रता की घनी छाँव को
और गहरा और छायादार बनाते हैं,
नए घर में आगमन कर प्रवेश करते हैं,
पूजा, उपासना, अनुष्ठान, यज्ञ और हवन, इत्यादि
सब अपनी जगह ठीक हैं,
पर उससे भी महत्त्वपूर्ण ;कर्म में आस्था और विश्वास; कर,
अपने घर को मंदिर सरीखा पावन और स्वर्ग से भी सुन्दर बनाते हैं,
नए घर में आगमन कर प्रवेश करते हैं,
चिड़ियों के लिए घोंसलों और छोटी-छोटी कोटरों का निर्माण करते हैं,
परिंदों के लिए आँगन में पानी और छत पर दाना रख आते हैं,
नए घर में नए पौधे रोपकर और नए वृक्ष लगाकर
हरीतिमा को चौगुना करते हैं,
पक्षियों के कलरव को और बढ़ाते हैं,
तितलियों की आवाजाही को आमंत्रित कर आते हैं,
नए घर की नई सुबह को और जीवंत और हरियाली-युक्त बनाते हैं,
अपनी सोच को विकसित कर नए दौर की नई-नई खोजों और
विज्ञान के आविष्कारों को प्रयोग में लाते हैं,
बच्चे हों, युवा हो, महिलाएं हों, या हों वृद्ध,
सभी पर दिल खोलकर ममता, नेह और अपनत्व लुटाते हैं,
चारों ओर खुशहाली का माहौल बनाते हैं,
नए घर को ढोलक की थाप और
शहनाई की सुमधुर धुनों से गुंजायमान बनाते हैं,
बैर, ईर्ष्या, द्वेष, घृणा, अहंकार रूपी शत्रुओं का नाश कर
चारों ओर खुशनुमा माहौल बनाते हैं,
नए घर में आगमन कर प्रवेश करते हैं,
नया घर, नई ऊर्जा, शक्ति और प्रेरणा का स्त्रोत है,
अपने घर को और सशक्त और समृद्धशाली बनाते हैं,
मैत्री भाव से अपने शत्रुओं को परास्त कर
दोस्ती को प्रोत्साहित कर आते हैं,
नए घर में आगमन कर प्रवेश करते हैं,
नए घर में आगमन कर प्रवेश करते हैं।