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"मेरा भारत बनेगा महान,
मेरा देश भारत मेरी आन-बान-शान,
मुझे नाज़ है अपने भारत पर,
मुझे फ़ख्र है अपनी विरासत पर।“
मेरे मन में अपने प्यारे-से भारत की तस्वीर सजी है,
ये सबकी आँखों का चमकीला ध्रुवतारा होगा,
ये सबका राजदुलारा और सबसे न्यारा होगा,
जहां सभी परम्पराएं, सभी रीति-रिवाज़ सभी मिलकर मनाएंगे,
जहां कहीं, किसी भी कोने में राग-द्वेष नहीं होगा,
जहां प्रेम की सरिता प्रवाहित होगी,
और विद्वेष का लेशमात्र नहीं होगा,
जहां कण-कण में अमूल्य रत्नों का अम्बार लगा होगा,
मेरे प्राचीन भारत की 'सोने की चिड़िया' फिर से चहचहाएगी,
जहां फिर से दूध और घी की नदियाँ पूर्ण वेग से बहती नज़र आएंगी,
जहां रंजोगम की काली स्याही का नाममात्र नहीं होगा,
जहां महान आदर्शों की मिसालें फिर से कायम होंगी,
जहां महापुरुषों के पद्चिन्हों पर अमल करने का पुन: चलन होगा,
जहां रंग-भेद, जाति-भेद, छुआछूत दूर-दूर तक नहीं होगा,
जहां भ्रूण- हत्या पूर्णत: शत-प्रतिशत एक जघन्य अपराध सिद्ध होगा,
जहां नारी जाति को सम्मानपूर्वक देखा जाएगा,
जहां बच्चों की शिक्षा उनका प्राथमिक अधिकार होगा,
मेरे मन में अपने प्यारे-से भारत की तस्वीर सजी है,
जहां सभी युवा मिलजुलकर सहयोग से नवनिर्माण को अग्रसर होंगे,
जहां बच्चे, वृद्ध और नारी जाति देश को उन्नत बनाने में प्रयासरत होंगे,
जहां निर्धनता का नामोनिशान भी ना होगा,
जहां प्रत्येक व्यक्ति को सुरक्षा का एक अनूठा अहसास होगा,
जहां कानून, शासन और पुलिस व्यवस्था दुरुस्त और सक्षम होगी,
जहां अराजकता और अनैतिकता नहीं,
बल्कि मानवता, मनुष्यता और इंसानियत ज़िंदा होगी,
मेरे मन में अपने प्यारे-से भारत की तस्वीर सजी है,
जहां सभी पर्वों पर सद्भाव का सुन्दर समन्वयन होगा,
जहां स्वार्थ, घृणा और अहंकार का अंश न होगा,
जहां सभी भारतवासियों में नवजीवन और नवस्फूर्ति का संचरण होगा,
जहां बच्चा-बच्चा हर्ष-उल्लास से प्रफुल्लित होगा,
जहां स्नेह व प्रेम की शुद्ध धवल धारा बहेगी,
जहां स्वच्छता व स्वच्छंदता का नूतन माहौल होगा,
जहां व्यापार, कला, कौशल व रोजगार का बाजार चमकेगा,
जहां किसान अपनी लहलहाती फसलों से मालामाल होगा,
जहां चहुँ ओर हरियाली होगी, सुख-शान्ति और खुशहाली होगी,
जहां आत्मसम्मान और आत्मगौरव का शिलान्यास होगा,
जहां 'कौशल भारत, कुशल भारत' से मेरे गर्वोन्नत देश का आगाज़ होगा,
जहां 'आयुष्मान भारत' की नींव का सुदृढ़ विकास होगा,
जहां 'डिजिटल इंडिया' और 'उज्जवला' योजनाओं का नित-नवीन विस्तार होगा,
जहां 'जन-धन विकास योजनाओं' से देश का कल्याण होगा,
जहां स्वस्थ धरा होगी तो खेतों की हरियाली लहलहाएगी,
घर-घर में सोलर ऊर्जा का संचार होगा,
जहां 'स्टार्टअप इंडिया' से देश का पुनरुत्थान होगा,
मेरे मन में अपने प्यारे-से भारत की तस्वीर सजी है,
मेरे मन में अपने प्यारे-से भारत की तस्वीर सजी है।

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