Photo by Jon Tyson on Unsplash

“भाईचारा, प्रेम, दया भाव का समभाव रखिए,
सम्पूर्ण विश्व हमारी जिजीविषा की गवाही देगा।“
अपने सपनों की उड़ान की ऊंचाइयां छू लो,
तुम्हें सभी ख्वाब पूरे अपने मिलेंगे,
एक ना एक दिन पहाड़ों में भी पुष्प खिलेंगे,
तुम्हारे अंतर्मन की अतल गहराइयों में झांको,
तुम्हें तुम्हारे सभी प्रश्नों के हल मिलेंगे,
समस्याओं से जूझते चलो,
उनसे पीछा ना छुड़ाकर आलिंगनबद्ध करके चलो,
परेशानियों में भी धवल, उज्ज्वल, श्वेत चमचमाते रास्ते मिलेंगे,
तुम्हें स्वयं को निरंतर परखना होगा, निरखना होगा,
कदम-कदम फूँक कर रखना होगा,
तुम्हारे भाग्य के सितारे भी एक दिन अवश्य चमकेंगे,
तुम स्वयं पर विश्वास रखो, जीवट की मीठी आस रखो,
मुझे पूरा यकीन है, तुम्हें अपने सम्पूर्ण लक्ष्य अवश्य मिलेंगे,
ज़िंदगी दिन-प्रतिदिन, क्षण-प्रतिक्षण अनेकों रंग बिखेरती है,
स्याह काली-अंधेरी घुप रातों में जाने कौन-कौन सी
अनजान राहों से गुज़रती है,
पर तुम्हें हिम्मत हारनी नहीं है, धैर्यशीलता त्यागनी नहीं है,
मेरा अटल विश्वास है, तुम्हें मीठे झरनों के किनारे शीघ्र मिलेंगे,
अपने स्वर्णिम ख़्वाबों को खूब लम्बी उड़ान से सजाओ,
नीले गगन की आसमानी छटा में उसे खूबसूरती से सजाओ,
सच कहती हूँ, उस उड़ान मात्र की परिकल्पना से ही
तुम्हारे रोम-रोम सिहर उठेंगे,
ऊँची-ऊँची उड़ानों को पग से बांधे रखने की अलौकिक क्षमता,
हमारे आने वाले कल का निर्णय करेगी,
हम अपने जुनून को सीने में जीवित बनाए रखें,
तो हमारे आने वाली पीढ़ी के युवा हमको नमन करेंगे,
बेवजह दूरियां बढ़ाने से क्या फायदा,
कुछ कदम तुम चलो, कुछ कदम हम चलें,
तो यह तो सर्वविदित तथ्य है कि
फिर गिले-शिकवों, शिकायतों और तोहमतों के दौर आगे नहीं बढ़ेंगे,
मैं अक्सर स्वयं को समझाया करती हूँ कि
यदि सभी के भीतर वैर- वैमनस्य, ईर्ष्या-द्वेष के भाव ही
तिरोहित हो जाएं,
तो हमारे देश में एकता, अखंडता, भाईचारे के भाव ही
यत्र-तत्र-सर्वत्र मिलेंगे,
यत्र-तत्र-सर्वत्र मिलेंगे।

.    .    .

Discus