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वर्तमान समय अंतराल डिजिटल मीडिया का युग है। डिजिटल मीडिया के जरिए तमाम तरह की सूचनाएं एक स्थान से दूसरे स्थान तक बहुत तेजी से प्रेषित की जा सकती हैं। लेकिन कुछ लोग ने डिजिटल मीडिया का दुरूपयोग करके परेशानियां खड़ी कर दी है। इन परेशानियों में सबसे बड़ा प्रमुख कारण है फेक न्यूज। फेक न्यूज को लेकर भारत ही नहीं बल्कि दुनियाभर में बवाल मचा है। आज कल तो यह आम बात हो गई है, हर जगह कहीं ना कहीं भ्रामक खबरे देखने को मिल जाती है इनमें प्रमुख रूप से किसी प्रसिद्ध व्यक्ति के निधन की सूचना या कोई विशेष जानकारी से संबंधित खबर होती है । फेक न्यूज का मतलब है कि चारो तरफ झूठी खबर के जरिए लोगो में गलत भावना उत्पन होना ।

एक दूसरे के खिलाफ भड़काना गलत विचारधारा को बढ़ाना इस फेक न्यूज कहते है। यह एक तरह की पीत पत्रकारिता ( येलो जर्नलिज्म) है । किसी व्यक्ति या संस्था की छवि या नाम को नुकसान पहुंचने या लोगो में उसके खिलाफ गलत बाते, झूठी खबरे के जरिए भड़काने को फेक न्यूज कहते है।

सरकार को चाहिए कि डिजिटल मीडिया पर भी सोशल साइट्स को भी निर्देशित करना चाहिए कि वह अपने स्तर से फेक न्यूज को रोकने में लगाम रख सके। ताकि लोगो को भ्रमाक जानकारी से दूर रखा जा सके क्यंकि भ्रामक समाज में असुरक्षा एवं हिंसा को बढ़ावा देती हैं तमाम ऐसी घटनाएं हो चुकी है जहां पर फेक न्यूज होने से कई हिंसक घटनाएं हो चुकी हैं। जिसके कारण कई लोगो को अपनी जान तक गवानी पड़ चुकी है।

अतः हमें किसी भी जानकारी को बिना सोचे समझे फॉरवर्ड नहीं करना चाहिए क्योंकि जरा सी भी सावधानी हटी तो गलत जानकारी फैलने से कोई भी अनहोनी की घटना हो सकती हैं इसलिए हमे ऐसी भ्रमाक फेक न्यूज से दूर रहना चाहिए और खबरों की पुष्टि के बाद ही उसको प्रसारित करना चाहिए ।

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