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कहते है की लोग जुबान से झुठ बोल सकते है, पर लोग आंखो से झूठ नही बोल पाते। क्योकी दिल का कनेक्शन आंखो से होता है।कहीबार हम किसी की नजर से हमे पता चल जाता है की उसके दिमाग मे क्या चल रहा होता है। मैरी इस कहानी मे दो लोगो को एक दुसरे को देखते है ओर उनलोगो की आंखे मिली ओर उनलोगो को एक अलग पर दिल का प्यार भरा अह्सास होता है। ओर समय बीताते बीताते कब उनदोनो प्यार हो जाता है उनको ही पता नही चलता।

रिहान रायचंद एक बडे रेस्टोरेंट का मालिक था।उस रेस्टोरेंट का नाम था" दावत"।वह एक सकसेसफुल रेस्टोरेंट था पुरे मुंबई मे।ओर यह रेस्टोरेंट को रिहान को यह रेस्टोरेन्ट सकसेसफुल बनाने के लिए बहुत ही मेहनत करनी पडी थी।यह होटल सकसेसफुल बनाने के लिए उसको पुरे १० साल लगे थे।उसके घर मे ऐक छोटा भाई ओर उसकी एक मां थी,मां का नाम था सावीत्री देवी ओर उसके छोटे भाइ का नाम था अभिमान रायचंद। इस रेस्टोरेंट को सकसेसफुल बनाने के लिए अब तक रिहान ने शादी नही की थी। पर आज भी वह दिखने मे बेहद हैंडसम ओर सभ्य था।उसको देखकर कोई यह नही कह सकता की वह दिखने मे बडी उम्र का हो ,ओर जितना स्वभाव से सभ्य था उतना ही काम को लेकर सटीक ओर परफैक्ट था।पर बडे रेस्टोरेंट का मालिक होने के बावजूद वह एक छोटे से रेस्टोरेंट मे खाना खाने जाता था,क्योकी जब वह इतना अमीर नही हुआ करता था तब रिहान यही खाना खाया करता था क्योकी उसके पास खाने के पैसे भी कम होते थे ओर इस रेस्टोरेन्ट मे खाना कम पैसो मे लजीज खाना मिलता था। ओर रेस्टोरेंट का खाना कुछ अपना सा लगता था,उस रेस्टोरेंट का नाम था "नवाब "जब ओर इस रेस्टोरेंट मे लगातार आने ओर खाने के कारण उस रेस्टोरेन्ट का मालिक उसको अपने बेटे जैसा समझता था। उनका नाम था कबीर सिंह। सब लोग उनको प्यार से कबीर चाचा कहते थे। उनकी ऐक पोती थी दिखने बलाकी खुबसूरत ओर उसकी आंखे तो इतनी प्यारी की कोई भी देखले तो ऊसके प्यार के गिरफ मे आ जाए, उसका नाम था जिया सिंह। ओर वह दिखने मे जितनी सुंदर उतना ही लजीज खाना बनाती थी,एक दिन रोज की तरह रिहान खाना खाने के लिए नवाब रेस्टोरेंट गया रोज की तरह ओर उसने वही खाना ऑर्डर कीया जो वह रोज करता था ओर रोज की तरह खाना उसकी टेबल पर आया पर जब उसने खाना चालु कीया तो आज उसको खाना कुछ अलग पर बहोत ही ज्यादा लजीज लगा तब रिहान ने पूछा एक वेटर को की आज खाना किसने बनाया तब उस वेटर ने बोला की कबीर चाचा तो काम के लिए कुछ दिनो के लिए बाहर गए है।इस के लिए आज का खाना उनकी पोती "जिया"ने बनाया है।रिहान ने उस वेटर से वापस पूछा की "मैने उनको पहेले कभी भी यहा देखा नही"वेटर कहता है, "वह इघर नही रहती थी,वह अपनी पढ़ाई के लिए ओर अलग अलग तरीके का खाना बनाना सीखने के लिए दुसरी जगह पे गई थी ।अभी उसका सिखना हो गया है तो वह अपने दादाजी को मदद करने के लिए इधर उधर आइ है," यह सूनकर रिहान ने अपना सिर हिलाया ओर कुछ नही कहा।जब रिहान वापस जा रहा था अपने घर की तरफ तब उसको एक लडकी दिखी उसके चेहरे पर एक मास्क लगा हूआ था पर रिहान की नजर जिया की आंखो पर पडी तो वह दो मिनट के लिए उसकी आंखो मे खो गया,उसकी आंख रिहान को बहुत ही ज्यादा अट्रैक्टीव लगी ओर प्यारी ओर मासुम भी।वह सबको खाना दे रही थी ऑर्डर के हिसाब से, रिहान उसकी आंखो मे खो गया था। जब रिहान का ड्राइवर गाडी लेकर आया ओर उसने रिहान को बुलाया तब वह होश मे आया ,ओर गाडी मे बैठ गया। जब गाडी उस रेस्टोरेंट से दूर जा रही थी फिर भी रिहान की नजर जिया पर ही थी।जब वह घर की तरफ जा रहा था फिर भी उसको जिया की आंखो की याद आ रही थी।कबीर के ना होने के बावजूद रिहान रोज खाना खाने के लिए जाता उस रेस्टोरेंट मे जाता था। ओर देखते ही देखते एक हफ्ता बीत गया पर इस एक हफ्ते मे रिहान को सिर्फ जिया कीआंखे ही दिखती थी,एक दिन उस रेस्टोरेंट के किचन एरिया मे आग लग जाती है कीसी वजह से ओर जिया अंदर ही रह जाती है ओर रिहान उस समय खाना खा रहा होता है,पर जब आग लगने वाली बात रिहान को पता चलती है तब वह भागकर किचन की तरफ जाता है ओर उसको दिखता है की जिया बेहोश होकर नीची पडी हूई रहती है,तब रिहान जिया की तरफ भागता है ओर उसको आग से बचाता है,आग से बचाते वक्त जिया का माकस उतर जाता है ओर पहली बात रिहान जिया को देखता है ओर उसके खुबसूरत चेहरे को देखते ही रहता है,पर उसको आग से बचाते बचाते रिहान थोडा जल जाता है,पर रिहान उस चोट की तरफ घ्यान नही देता,क्योकी उसका पुरा घ्यान जिया की तरफ ही होता है,जब वे लोग बाहर आते है तब सब लोग उनलोगो की मदद करने लगते है सबलोगो की आवाज सुनकर रिहान अपने ख्यालो मेसे बाहर आता है,ओर जिया को निचे उतार दो देता है।बाद मे सब लोग उनकी देखभाल मे लग जाते है,रिहान ओर जिया को हॉस्पीटल मे ले जाते है।हॉस्पीटल मे उनकी मलंमपडडी करते है,पर कहीना कही रिहान का घ्यान जिया की तरफ ही रहता है,डोक्टर कहते है की कुछ घबराने वाली बात नही है ओर थोडे समय के बाद जिया को होश आता है ।तो वह अपने आप को हॉस्पीटल मे देखकर चौक जाती है, ओर नर्स को पूछती है ,तब जिया की आवाज सुनकर उस रेस्टोरेंट का एक आदमी अंदर जाता है वह खान चाचा होते है ,ओर उसके साथ रिहान भी जाता है।खान चाचा जिया को अपनी बेटी की तरह मानते थे, खान बाबा जिया के पास आकर उसको शांत करके सारी घटना बताता है ओर कहते है की रिहान ने तुम्हारी जान बचाई है ।तब जिया रिहान की तरफ देखकर उसको थैंक्यू कहती है,ओर रिहान मुस्कराकर कहता है नो नो इस ओके यह मैरा फर्ज है । उसके बाद खान बाबा को टेंशन मे पूछती है की, "खानबाबा रेस्टोरेंट मे सब ठिक है "?तब खान बाबा जिया को शांत करके कहता है की," हा सब ठिक है।पर हकीकत मे रेस्टोरेंट की हालत खराब हो चुकी होती है पर इस समय वह जिया को कोई टेंशन नही देना चाहता था।ओर जिया को कहता तुम टेंशन मत लो ओर आराम करो उसके बाद खान बाबा ओर रिहान दोनो कमरे से बाहर निकल जाते है जब वे लोग बाहर निकलते है तब खान बाबा टेंशन मे रिहान से कहते है की "मैने जुठ तो बोल दिया पर जब जिया को सच पता चलेगा तब मै क्या करुंगा?ओर साथ मे कबीर चाचा भी बाहर गए है।ओर सब पहले जैसा करने मे तो बहुत खर्चा जाए गा तो कैसे सब बैलेन्स हो पाएगा?तब रिहान उनको शांत करके कहता है की अंकल आप टेंशन मत लो मै हुना, कबीर चाचा मुझे अपना बेटा मानते है ओर जब मैरे पास कम पैसे होते थे तब उन्होने मैरे पास खाने के पैसे भी नही लेते थे कभी कभी तो मेरा फर्ज नही है की मै उनके बुरे वक्त मे भी मदद करु।जब यह सब बात खान बाबा ने सुना तो उन्होने कहा की आज के जमाने मे तुम्हारे जैसे इन्सान बहोत ही कम देखने को मिलते है।तब रिहान मुस्कराता है ओर कहता है की कल मिलते है अंकल। ओर यह कहकर वह वहा से चला जाता है पर इत्तेफाक यह सारी बात जिया सून लेती है ओर सोचती है की रिहान कितना अच्छा है,ओर रिहान के बारे मे सोचकर जिया के चेहरे पर एक मुस्कराहट आ जाती है,ओर थोडी देर उसके बारे मे सोचकर वह सो जाती है।दुसरे दिन जिया को डिस्चार्ज मिल जाता है ओर वे लोग घर चले जाते है,घर पहुंचने के बाद थोडी देर के आराम करने बाद जिया रेस्टोरेंट पहुंच जाती है। रेस्टोरेंट पहुंचते ही उसको रिहान दिखता है रेस्टोरेंट की मरम्मत करवाते हूए। जिया रिहान को ऐसे काम करवाते देख उसको कुछ अपना - पन सा महसूस हुआ,ओर सोचा की रिहान सच में बहुत ही अच्छा है ,यह सोचते सोचते जिया रिहान को थोडी देर ऐसे ही देखने लगी ।तब रिहान का घ्यान जिया पर गया तब वह जिया के पास गया ओर कहा की तुम यहां क्यो आइ हो? तुम बिमार होना तो जाओ ओर आराम करो तब जिया बोली नही!! मे अभी ठीक हु ओर मै भी आपकी मदद करना चाहती हू,जब रिहान ने यह सूना पहले तो उसने मना कर दिया ओर कहा की तुम्हे आराम की जरूरत है पर जिया जिद करने लगी ओर उसकी जिद के सामने वह मान गया,ओर उसके बाद वे लोग रेस्टोरेंट की मरम्मत की काम मे लग गए, दिन गुजरने लगे राते कटने लगी ओर एक साथ इतना समय बिताने के कारण वे लोग अच्छे दोस्त बन गए।रोहन उम्र मे बडा था जिया से, पर जिया के साथ कुछ एसा कनेक्शन बना की वे लोग पकके दोस्त बन गए ओर जिया को रिहान के साथ समय बीताना अच्छा लगता था ओर रिहान उसको बच्चे जैसा ट्रीट करना भी जिया को अच्छा लगता था , जिया हरबार रिहान के लिए नई नई वानगीया बनाती थी। जो वह बाहर से सिखके आइ थी। ओर यह सारी वानगी रिहान को बेहद अच्छी लगती थी,यहु कहे दे की रिहान जिया की नई नई वानगीयो पे फिदा हो गया था, ओर साथ मे रिहान जिया के चेहरे ओर उसकी मासुम हरकते ओर बचपने को पंसद करने लगा था,ओर जिया रिहान के केरींग नेचर ओर पेंपरीग नेचर को पंसद करने लगी थी।जिया को रिहान के बडे उम्र से कोई फर्क नही पडता था,लोग कहते हे ना !!!!!!जब दिल मिलने लगे तब कोई उम्र नही देखता।एक दिन रिहान ने जिया से कहा की तुम इतना अच्छा खाना बनाती हो, तो तुम मैरे रेस्टोरेंट मे क्यो काम नही करती,तब जिया कुछ समय सोचकर कहती है की,यह पोसीबल हो सकता है ,तब रिहान कहता है "जो तुम काम करना पंसद करोगी तब पोसीबल हो सकता है "।तब जिया खुशी से हा कह देती है। दुसरे दिन से जिया रिहान के रेस्टोरेंट मे काम करने चली जाती है,रिहान जिया की मदद करता है काम करने मे, क्योंकि यह जगह जिया के लिए एक नई जगह है इस के लिए। देख ते ही देखते उन लोगों को साथ मे काम करते करते एक महीना बीत जाता है।ओर रिहान जिया के साथ रहते रहते उसको जिया से प्यार हो जाता है ,पर वह सोचता था की जब तक उसको मेरे लिए कुछ फिल नही होता तब तक मै उसको नही बताऊंगा की मै क्या फिल करता हु उसके लिए।।।एक दिन रिहान के रेस्टोरेंट मे एक वेटर ने जिया का डिस बिगाड़ने की कोशिश की, ओर उसकी रेपुटेशन बिगाड ने की कोशिश की,जलन के मारे,पर कहीं ना कही रिहान जानता था जिया ऐसी गलती गलती भे नही करेगी इसलिए रिहान ने एक सीसीटीवी फुटेज मंगवाई ओर उसमे सब क्लीयर हो गया की गलती जिया की नही पर किसी ओर की थी,ओर गलती करने वाले इन्सान को काम से बाहर निकाल फेका ।रिहान का यकीन ओर जो आज उसने उसके लिए किया वह बात जिया के दिल को छु गई ओर रिहान का भरोसा खुदके उपर देखकर ओर सबके सामने सपोर्ट किया इसलिए जिया रिहान को प्यार करने लगी थी। एक रात को जिया घर की तरफ जा रही थी तब जिया का कोई पीछा कर रहा था जब जिया ने पीछे मुड़ कर देखा तो वह आदमी छुप गया था पर जिया को महसूस हुआ की कोई हे जो उसका पीछा कर रहा है तो वह भागने लगी ओर वह आदमी भी उसके पीछे भागने लगा ओर उस पर हमला करने ही वाला होता हे वह आदमी ओर कोई नही वही होता है वही वेटर होता है जिसे जिया की वजह से निकाल दिया होता है तो वह बदला लेने के लिए ओर जिया को हानी पहुंचा ने लिए आया था पहले तो उसका चेहरा देखकर जिया चौक जाती है ओर कुछ कर पाए तब अचानक से रिहान आ जाता है पीछे से ओर जिया को बचा लेता है। पर उसको बचाते बचाते रिहान को चोट लग जाती है ओर उसको खुन निकल ने लगता है ओर खून देखकर वह आदमी तो भाग जाता है पर जिया डर जाती है रिहान को हॉस्पीटल लेकर जाती है,हॉस्पीटल पहुंच ने के वक्त उसको रिहान के लिए बहुत टेंशन हो गया था।रिहान को मामुली चोट ही आइ होती है जब डोक्टर मलहम पट्टी कर लेते है ओर चले जाते है तब जिया गुस्से मे रिहान के पास जाकर कहती है की तुम पागल या सुपरमैन हो की तुम मुझे बचाने के बीच मे आ गए तुम्हे कुछ हो जाता तो मूझे कितनी तकलीफ होती तब रिहान है जिया को पुछता तुम्हे क्यो तकलीफ होती ?तब जिया कहती है क्योंकि मै..... मै...... एसी फिक्र मे कोई भी देखता उसे तो यही कहेगा की वह रिहान से प्यार करती है।वह रिहान को भी महसूस हुआ की जिया के दिल मे कहीं ना कही उसके लिए कुछ खास जगह है।पर वह जिया के मुह से सुन ना जाता था। बार बार रिहान के पूछने की वजह से वह बोल देती है की" क्योंकि मै तुमसे प्यार करती हु "।यह सूनकर रिहान खुश होकर कहता मुझे भी तुमसे प्यार है पर मुझे समझ नही आ रहा था की मै जो तुम्हारे लिए फील करता हु क्या तुम भी मैरे लिए वही फिल करती हो इस के लिए मै पहले तुम्हारे मुह से सुनना चाह्ता था।यह सूनकर जिया खुश होकर शरमा कर रिहान के गले लग जाती है।उसके बाद वे लोग एक दुसरे के साथ ज्यादातर समय बीताने लगे।एक दिन जिया ने रिहान डिनर डेट के बाद समंदर के जगह पर बैठकर जिया ने रिहान को सवाल पुछा की।।।।।।

जिया(कुछ सोचते हुए): तुम्हारी पहले कोई गर्लफ्रेंड थी,

रिहान (चौंक ते हुऐ):अचानक यह सवाल क्यो?

जिया(मुह बनाकर): एसे ही,

रिहान(सिरीयस होकर): हा, थी पर मै उसको समय नही दे पाता था क्योंकि मै अपने काम मे व्यस्त रहता था,ओर वह मैरी सिचुवेशन नही समझ रही थी इसीलिए हम लोगो का ब्रेकअप हो गया।

जिया(सोचते हुए):क्या तुम मैरे साथ भी ऐसा करोगे?

रिहान:नही बिल्कुल भी नही। क्योंकि मै तुम से प्यार करता हु।(गहरा सांस लेते हुए) ओर जिया को देखकर कहता है की,

मै पहले बस काम मे व्यस्त रहता था पर जब से मैं तुमसे मिला हु तब से बस मै तुम्हारे साथ रहना पंसद करता हु ,ओर काम के समय भी मै तुम्हारे बारे मे सोचता हु।

जब जिया ने यह सुना वह खुश होकर बोली क्या मैं तुमसे एक सवाल पूछुं?

रिहान : हा!!!!

जिया :तुम्हे कब पता चला की तुम मुझ से प्यार करते हो?

रिहान:जब मैने तुम्हे पहली बार देखा था रेस्टोरेंट मे,

जिया(कुछ सोचते हुए):कब?

रिहान (जिया को बाहो मे भर कर):उस समय मैने तुम्हे नही देखा पर तुम्हारी नजरो पर मै फिदा हो गया था।तुम ने अपना चहेरा ढंका हुआ था।पर तुम्हारी आंखे दिख रही थी।

जिया(शरमाते):तुमने मुझे बिना देखें!बस मैरी आंखो को देखकर पंसद किया?

रिहान (मुस्कराते ओर जिया को छेड़ने के अंदाज से):हा क्योंकि तुम्हारी आंखे है ही इतनी मनमोहन तो क्या करे।।।।

रिहान: मै तुमसे एक सवाल पूछू?

जिया: हा

रिहान:तुम्हे कैसे पता चला की मै तुम्हारा प्यार हू?

जिया(रिहान के पास जाकर उसके कान मे):मै तुम्हे नही बताऊंगी।यह कहकर वहा से भाग निकलती है ओर रिहान कहता है रुको,,,,,, और उसके पीछे भागता है ओर ऐसे ही उन लोगो की डेट पुरी हो जाती है ।थोडे दिन वे लोग ऐसे ही एक गर्लफ्रेंड बॉयफ्रेंड की तरह रहने लगे ,पर एक दिन रिहान को ख्याल आता है की वे लोगो को शादी के बंधन मे बंध जाना चाहिए इसलिए वह जिया को कहता है की आज मै तुम्हारे दादाजी के पास तुम्हारा हाथ मांगने के लिए आने वाला हु तो तैयार होकर रहना। जब जिया यह सुनती है तो पहले तो चौक जाती है ओर पूछती अचानक यह फैसला कयो?तब रिहान कहता है अब मै तुम्हे बस अपना बनाना चाहता हु किसी भी हालत मे ओर मै तुमसे दुर नही रह सकता ।इसलिए तुम तैयार रहना तब जिया शरम के मारे हा!!!!! कहती है।शाम को रिहान कबीर (जिया के दादा जी)से मिलने उसके घर जाता है पहले जब उनको इन सब के बारे मे पता चलता है तो वह चौक जाते है ओर उसके बाद वह जिया की तरफ देखता है उसके बाद वह रिहान की तरफ देखकर पूछता है की यह सब कब? ओर कैसे हुआ ?तब रिहान कहता है मै आपकी पोती से प्यार करता हू ।।।ओर वह भी मुझ से प्यार करती है ।।।तो क्या आप इस रिश्ते को मंजूरी देते हो? तब दादा जी कहते है तुम दोनो मै कितना उम्र का फासला है तुम कैसे ?तब जिया कहती है की, दादाजी मै उनको अपने दिल से प्यार करती हु ओर रिहान भी ओर मैरे को उम्र से कोई फर्क नही पड़ता। बाद मे कबीर थोडी देर सोचता है ,की रिहान है बहुत अच्छा लडका जिसके ऊपर मै पुरा यकीन करता हु तो यह रिश्ता वाकई अच्छा है। तो वह अपनी मंजुरी दे देता है। पर उसके बाद वह पुछता है रिहान को तुम्हारी मां मानेगी?ओर तुम्हारा परिवार मानेगा?तब रिहान कहता है की आप मां का टेंशन मत लो मै मना लुंगा।वैसे रिहान की मां को मनाना इतना भी आसान काम नही है , क्योंकि वह हमेशा यह सोचती थी, की हर कोई लडकी उसके पैसे के लिए शादी करना चाहती है ओर उनको लगता है मिडल क्लास लड़कीयों का कोई क्लास नही होता इस के लिए। पर तो भी रिहान को यकीन था की उसकी मां जिया को पसंद करेगी ।इसलिए वह ऐक दिन जिया को अपनी मां से मिलवाने के लिए उसके घर लेकर जाता है।वे तीनो सोफे मे बैठे हुए थे।

सावित्री देवी:तुम्हारा नाम क्या है?

जिया:मेरा नाम जिया सिंह।

सावित्री देवी: तुम करती क्या हो?

जिया:खाना पकाने का काम।

(रिहान बारी बारी उन दोनो को देख रहा है,)

सावित्रीदेवी:क्यो तुमने यह प्रोफेशन चूना?

जिया : क्योंकि यह प्रोफेशन मेरे दिल के बहुत करीब है इसलिए,

सावित्रीदेवी: तुम्हारी उम्र कितनी है?

जिया(कन्फ्यूजन होकर रिहान को देखकर):२२

सावित्रीदेवी:मेरा बेटा अगले महीने मे ३२ का होगा,पता है तुम्हे?

(रिहान खांसते हूए अपनी मां को देखरहा है।) तो भी तुम मैरे बेटे से शादी करना चाहती हो?

जिया(कोन्फीडंट से):मै उम्र मे छोटी हु पर मै भी समझदार हू।

(रिहान मन-ही-मन मे हंसते हुए जिया को देख रहा था)

ओर मुझे नही लगता जब प्यार हो जाए तो उम्र नही पर बस हम दोनो का साथ ओर अंडरस्टेंडिंग इंपोर्टेड होती है

(रिहान जिया को इमोशनल होकर देख रहा है पर उसी समय उसको एक फोन आता है ओर वह फोन उठाने बाहर जाता है ओर सावित्रीदेवी ने देखा उसका बेटा बाहर जा रहा है तब उस चिज़ का फायदा उठाकर वह जिया को कहती है की कितनी रकम चाहिए मेरे बेटे की लाइफ से बाहर निकाल ने लिए।

जिया(यह सुनकर ओर रिहान की मां को चौक कर उदास होकर देखकर):मैम मूझे कुछ काम आ गया है मै निकल रही हु।ओर आपसे मिलकर अच्छा लगा।(वह वहा से निकल जाती है)।

रिहान वापस आ कर देख कर पूछता है की जिया नही है तो वह मां से पुछता है की,मां जिया कहा है तब उसकी मां खडी होकर कहती है की उसको कुछ काम आ गया है इसलिए वह चली गई, पर यह बात रिहान को समझ नही आई ओर उसको लगा की मां ने पक्का कुछ कहा है इसके लिए वह चली गई। इसलिए वह भागकर जिया की घर तरफ गया।घर पहुंचने के बाद उसने देखा की जिया कुछ सोच रही थी तब रिहान उसके पास गया।

रिहान (टेंशन मे):तुम बीना बताए क्यो वापस आ गई?क्या हुआ मोम ने कुछ बोला क्या?

जिया(रिहान की तरफ देखकर सारी बात बता देती है।)

रिहान (गुस्सा ओर उदास होकर): कभी कभी मां भी पता नही ऐसी हरकत कयो करती है?तब जिया रिहान को शांत करके कहती है की "तुम्हारी मां सही है अपनी जगह पर क्योंकि बहुत ऐसी लड़की यां होगी जो तुम्हारे पैसों के लिए पीछे होगी इसके लिए मूझे उनकी कोई भी बात बुरी नही लगी।ओर वह आज नही तो कल पक्का मुझे अपनी बहु की जगह एक्सेप्ट कर लेगी।ऐसी समझदार बात करते हुए देख रोहन जिया को इमोशनल होकर बस देखने लगा।तब जिया ने सोचा क्यो थोडी मस्ती करे रिहान के साथ इसके लिए वह अपनी बात को कंटीन्यु रखकर कहती है, पर तुम्हारी मां ने थोडे ज्यादा ऑफर किया होता तो बात अलग होती,यह सुनकर रिहान जिया को गुस्से मे घुरता है ओर वहा से जाने वाला होता है तब जिया रिहान को माफी मांग कर कहती है, मै मजाक कर रही थी,तब रिहान जिया के करीब जा कर कहता है आज के बाद ऐसा मजाक किया तो, मैरे से बुरा ओर कोई नही होगा।तब जिया माफी मांग कर," हा "कहती है, वे लोग हर मुमकिन कोशिश कर रहे थे की, रिहान की मां मान जाए, पर रिहान की मां मानने को तैयार नही थी।एक दिन रिहान को कुछ काम के लिए लंडन जाना पडा,तब उसकी मां ने उसके ना होने का फायदा उठाकर जिया के दादाजी के पास गई ,ओर बहुत बुरा भला कहा ओर वापस पैसे का ऑफर किया यह सूनकर जिया के दादाजी को हॉस्पीटल मे एडमिट करना पडा क्योंकि उनको सिरीयस हार्ट अटेक आ गया था।ओर हार्ट की इतनी गंदी हालत हो गई थी तुरंत ही हार्ट ट्रांसप्लांट करना पडा था,ओर जिया को पैसे की जरूरत थी,जिया रिहान को कोल किया पर रिहान काम के कारण उसका फोन का जवाब नही दिया तब उसको कुछ समझ नही आ रहा था तब उस टाइम जिया का दोस्त आया ओर उसने मदद की।थोडा समय ऐसे ही बीता ,पर यह समय जिया के लिए बहुत ही भारी था ओर उदासी भरा। जब रिहान वापस आया तब उसको पता चला की जिया के दादाजी को हार्ट अटेक आया था ओर वह हॉस्पीटल मे है तो वह तुरंत भागकर हॉस्पीटल चला गया तब उसने देखा जिया उदास होकर ओर सिर निचा कर अपने ख्यालों मे खोई हुई थी, तब रिहान उसके पास गया और उसके कंधे पर हाथ रखा। ओर जिया ने देखा की रिहान वापस आया है तब वह बीना कुछ सोचे उसके गले लगकर रोने लगती है ओर रिहान उसको संभालता है ओर कहता है मै वापस आ गया हु मै सब ठिक कर दुंगा,तब जिया को उसकी मां के कड़वे शब्द याद आते है की उसने क्या क्या कहा था इसलिए वह रिहान से अलग होकर कहती है की मुझे निंद आ रही है तो मै घर जा रही हु तब रिहान कहता है ,पहले तो रिहान को अजीब लगता है पर बाद मे सोचता है जिया वाकई थकी होगी इसके लिए वह कहता मै तुम्हे छोड़ देता हू ।तब जिया कहती है मै खुद से चली जाउंगी तब रिहान कहता है कुछ हुआ है क्या?पर वह बीना कुछ कहे वहा से चली जाती है।पर रिहान जिया को देखकर कन्फ्यूजन मे पड जाता है ओर सोचता है की क्या हुआ? तब जिया के खान चाचा आते है ओर सब बताते है की क्या हुआ? ओर कयो हुआ? तब रिहान गुस्से मे आकर अपनी मां के पास जाकर पुछता है की उसने यह सब क्यु किया ?तब उसकी मां कहती वह लडकी तुम्हे बस फसा रही है , मुझे दिखाई दे रहा है पर तुम्हे नही। रिहान को समझ नही आता की उसकी मां जिया को कयो समझ नही पा रही इसलिए थक हार कर उसकी मां से कहता है ,"मां मुझे बस जाते जाते एक चिज़ कहनी है की आपके दो बार पैसे की ऑफर करने के बाद भी उसने मेरे प्यार को चुना है ओर इस वक्त तो उसको पैसों की ज्यादा जरूरत थी फीर भी उसने मेरे प्यार को चुना"वह मेरे पैसों से प्यार करती तो कबके पैसे लेकर चली गई होती।।।।।। प्लीज अभी तो मेरे प्यार को समझो ,बस यह कहकर रिहान वहा से चला जाता है।ओर उसकी मां उसको जाते हुए देख ओर उसकी वह सारी बातो को सोचने लगती है।दुसरी तरफ वह जिया के घर जाता है,ओर उसको पुछता है की इतनी बडी बात हो गई ओर दादाजी हॉस्पीटल मे थे तुमने मुझे कयो नही बताया?

जिया(गुस्से मे)यह मेरा परिवार है ओर मुझे अपने परिवार का घ्यान रखना आता है।इसलिए

रिहान (गुस्से मे उसके कंधे पकड़कर):तो मै कोन हु?

जिया(गुस्से मे आकर):मुझे नही पता! तुम बस यहां से चले जाओ।

रिहान(अपने गुस्से को शांत रखकर ओर एक सांस छोड़कर):मुझे पता है मैरी मां ने जो किया वह गलत है,पर मै तुमसे माफी मांगता हु, प्लीज माफ कर दो मुझे जब तुम्हे मैरी ज्यादा जरूरत थी मै यहां नही था ।यह सब सून कर जिया कहती है मुझे अभी बात नही करनी तुम बस चले जाओ यहां से, रिहान दो मिनट जिया को देखकर वहा से चले जाता है। उसके बाद वह दादाजी के पास जाता है ओर उनसे माफी मांगी ओर कहा जो भी पहले हुआ वह वापस रिपीट नही होगा।जिया के दादाजी को रिहान सच्चा लगा ओर उसकी आंख मे सच्चाई लगी इसलिए उन्होने रिहान को माफ कर दिया ओर कहा आज के बाद कभी भी जिया का दिल मत तोडना क्योंकि उसने अपनी लाइफ मे बहुत उतार चढाव देखे है। तब रिहान दादाजी को प्रोमिस करके कहता है वह जिया का अच्छे से घ्यान रखेगा।बाद मे रिहान जिया के खान चाचा को कोल करता है ओर उनको पूछता है की मै क्या करु की वह अपना गुस्सा छोड़ दे? तब उनके खान चाचा कहते है बस उसके साथ रहकर उसको संभालो सब अपने आप ठीक हो जाएगा, क्योंकि पिछले कुछ दिनो जिया के लिए बहुत बुरे थे। तो बस जिया को केर ओर सपोर्ट की जरूरत है। वह मिल गया सब अपने आप ठीक हो जाएगा,यह सब सुनने के बाद रिहान जिया को मनाने मे लग जाता है ओर उसके काम मे मदद करना ओर उसके साथ रहना ओर केर भी करना इन सब चिजों के बाद जिया मान जाती है। एक दिन रिहान जिया को कहता है की हम शादी कर लेते है। जिया कहती तुम्हारी मां तब रिहान कहता है तुम उनको छोड़ों वह नही मानेगी तब जिया कहती है ,एक बार ओर ट्राई करते है कया पता उनका गुस्सा शांत हो गया हो तब रिहान गुस्से मे कहता है , मुझे पता है वह नही मानेगी ओर जिया को कहता की कल हम शादी कर रहें है तो तुम तैयार रहना ओर यह कहकर रिहान वहा से बीना कुछ कहे चला जाता है पर जिया को लगता है की,मां के आने से शादी पुरी हो सकती है तो ओर एक बार कोशिश करने मे कोई दिक्कत नही इसके लिए वह रिहान के घर जाकर ओर रिहान की मोम को पहले तो नमस्कार करके उनके पैर चुने की कोशिश करती पर रिहान की मां उसके पैरो को हाथ नही लगाने देती पर उस चीज को इग्नोर करके जिया उनके हालचाल पूछती है। पर उनकी मां किसी चीज का जवाब नही देती है ओर जिया बात को कंटीन्यु रखकर कहती है की कल मै ओर रिहान शादी कर रहे है ओर रिहान आपको अपनी लाइफ मानता है तो कल आप अपने बेटे को आशिर्वाद देने के लिए आएंगे तो रिहान को बहुत अच्छा लगेगा। ओर शादी का समय बताकर वहा से चली जाती है।ओर रिहान की मां बस एक गहरी सोच मे डुब जाती है,दुसरे दिन सब शादी की तैयारी मे लग जाते है ओर जिया ओर रिहान मंडप मे बेठे हुए रहते है तब रिहान की मां आती है ओर रिहान की मां को देखकर रिहान ओर सबलोग चौक जाते है ओर वह आकर रिहान से कहती है की तुम ने तो मूझे इतना पराया कर दिया की शादी कर रहे हो तुमने बताया नही? यह सूनकर रिहान मंडप से उठकर कहता है मूझे लगा आप मैरे प्यार को समझते नही हो इसके लिए आप नही आओगे।तब रिहान की मां कहती है ,"पता है मुझ से गलती हूई है,क्या तुम अपनी मां को माफ नही कर सकते"? यह कहकर रिहान की मां जिया को गले लगाकर कहती है ,"सच में मैने तुम्हे नही समझा प्लीज तुम अपनी मां समझकर भुल जाओ"। तब जिया रिहान की मां को गले लगाकर कहती है की जो भी कुछ हुआ आप भूल जाओ अभी से ऐक नही शुरुवात करते है।यह सब सूनकर रिहान बेहद खुश हो जाता है।उसके बाद रिहान की मां रिहान ओर सुहाना का गंढ बंदन करती है ओर उनकी शादी हो जाती है।ओर उन दोनों को रिहान की मां आशिर्वाद देती है।।।।।।।।।।।।

ओर उन लोगों के प्यार की जीत हो जाती है।।।।।

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