फुटपाथ होती नहीं है किसिकी जागीरचलना
फिरना चाहिये उसपर सिर्फ राहगीर ।
रात मे बन जाता है बेघर का सहारा
दिन मे भी जमा लेते है कोई डेरा ।
कभी कभी बन जाता है कूड़ेदान
गुटखा खाने वाले बना देते है थूकदान ।
फुटपाथ पर रात मे कोई चढ़ा देता मजदूरों पर गाड़ी
कानून तोड़ने पर भी नहीं लगती हथकड़ी ।
साइकिल, गाड़ी कर देते है फुटपाथ पे पार्क
होता है गैरकानूनी, पर पड़ता नहीं किसिको फर्क ।
सब्जी, कपड़े, व्यंजन बेचने वाले करते है फुटपाथ पर कब्जा
गंदगी होती है फिर भी होती नहीं कोई सजा ।
फुटपाथ पे कपड़े दान करके बनाते है नेकी की दीवार
योगदान देकर जरूरतमंद का करते है जीवन सवार ।
फुटपाथ के दीवार पर बनाते है सुंदर चित्रकारी
सुशोभित दिखता है फुटपाथ और खुश रहते है पादचारी ।
दिन रात सफाई कर्मचारी चलाते है स्वछता अभियान
फुटपाथ पे कचरा ना रहे इसका हमेशा रखते ध्यान ।
फुटपाथ सिर्फ पादचारी के लिए होना चाहिये आरक्षित
तभी रहेगा सभी उम्र के लोगों के लिए सुरक्षित ।