Photo by Jesus Monroy Lazcano on Unsplash

रिश्वत नहीं होती मेहनत की कमाई
ये तो है एक तरह की हाथ की सफाई।
क्यू अपने आप से करते है बेवफाई
पैसे की फिर करनी पड़ती है छुपम छुपाई।
पकड़े गये तो हर तरफ होंगी दलदल और खाई
सच्चे हो तो नींद आयेगी चाहे जो हो चारपाई।

रिश्वत जो देता है वो भी होता है गुन्हेगार
पैसे देकेर क्यू लेना चाहते दाखिला या रोजगार।
गलत रास्ते की नहीं होती है कोई कगार
मेहनत करेंगे तो नहीं रहेंगे कभी बेरोजगार।
दुनिया मे है बहोत सारे खिदमतगार
वक्त रहते मिल सकते है सच्चे मददगार।

भूल जाते है सभी अपना आत्मसन्मान
रिश्वत लेकेर बेच देते है अपना ईमान।
दिखाई देता है सिर्फ सपने और वर्तमान
सोचिये भविष्य मे हो सकता है कितना अपमान।
दुनिया मे रिश्वत का बढ़ रहा है आदान प्रदान
आवाज उठाईये, मत रहिये अनजान।

जीवन मे सबकी रहती है बहोत सारी अभिलाषा
पैसा कितना खर्च करना, उसकी नहीं है कोई परिभाषा।
मेहनत से कमाने की रखनी चाहिये आशा
नहीं मिले, तो होनी नहीं चाहिये निराशा।
मेहनत करेंगे तो मिलेगा, रखिये ऐसी मंशा
रिश्वत का लेनदेन मत कीजिए, हमेशा होगी प्रशंसा।

कभी खत्म नहीं होती इच्छा और कामना
रिश्वत के पैसों से पूरा मत कीजिये सपना।
रिश्वत क्या इतना जरूरी है लेना
मेहनत से क्यू नहीं है पैसा कमाना।
पैसे के पीछे क्यू है इतना भागना
जीवन भर चुकाना पड़ेगा रिश्वत लेने का हरजाना।
 

.    .    .

Discus