कुछ लोग मरने के बाद भी अपने किए काम के जरिए दुनिया में अपनी छाप छोड़ जाते हैं।उन्हीं भाग्यशाली लोगो की सूची में शामिल नीलम शर्मा का सौभाग्य सिर्फ उनके नाम और चेहरे से ही नही बल्कि उनके काम से भी जलकता था। वह1995 में दूरदर्शन से जुड़ी और लगभग 20 साल तक उन्होंने दूरदर्शन में काम किया।वह नारी शक्ति पुरस्कार से सम्मानित दूरदर्शन के निपुण पत्रकारों में से एक थी । वह किसी देवी के सम्मान अपने चारो ओर एक सकारात्मक ऊर्जा फैला देती थी । न्यूज चाहे अच्छी हो या बुरी उनकी सूचना देना का ढंग ऐसा होता था कि सुनने वाले को सांत्वना मिली रहती थी।२०१९ मे वह कैंसर से अपनी लड़ाई हार गई।
नीलम शर्मा जी ने भारत की प्रशस्त यूनिवर्सिटी आईआईएमसी से अपनी पढ़ाई की थी । उन्होंने लगभग 60 डॉक्यूमेंट्री मूवीस बनाई थी।
उनकी सिम्पलीसिटी उन्हें सबसे अलग बनाती है। दूरदर्शन की वो एक प्रमुख पत्रकार थी। हमारा बचपन उन्हीं के द्वारासंचालित ‘चर्चा में’और सबसे लोकप्रिय ‘ तेजस्विनी’को देखते बीता ।
नीलम जी को अलग सिर्फ उनकी सिंपलीसिटी और विनम्रता ही नहीं बल्कि उनका पहनाव भी बनाता था। वह अक्सर स्टूडियो पर साड़ी पहनकर ही आती थी। लंबे बालों और साड़ी में वह संपूर्ण भारतीय नारी लगती थी। आज दूरदर्शन चैनल पर उनकी कमी खलती है और ऐसा भी प्रतीत होता है कि शायद अभी वह नजर आ जाए।
नीलम जी ऐसे शोज़ की संचालक रही जो आम लोगों की जिंदगी से जुड़ा था । अपने प्रोग्राम चर्चा में वह ऐसे मुद्दों पर बात करती जिससे आम लोगों की जिंदगी पर सीधा असर पड़ता हो। जिस विषय के बारे में हर व्यक्ति जानना चाहता हो। दूरदर्शन पर प्रसारित होने वाला यह शो अपने आप में अनोखा था। इसमें आम लोग अपने सवाल सीधे-सीधे उस विषय से जुड़े व्यक्ति से पूछ सकते थे। उनका दूसरा सबसे लोकप्रिय शो तेजस्विनी देश की महिलाओं की सफलता से लोगों को अवगत कराता था जिससे लोग गौरवान्वित महसूस करते थे। इस शो को नीलम जी होस्ट करती थी, विभिन फील्ड्स में अपना मुकाम हासिल कर चुकी महिलाएं इस शो के ज़रिए देश की अन्य महिलाओं को जागृत करती थी।