हाल ही में उत्तर प्रदेश के मेरठ से एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है, जिसने पूरे देश को हिला कर रख दिया। यह मामला न केवल एक निर्मम हत्या का है, बल्कि यह विश्वासघात और अपराध की भयावह साजिश को भी उजागर करता है। मुस्कान रस्तोगी नामक महिला ने अपने प्रेमी साहिल शुक्ला के साथ मिलकर अपने पति सौरभ राजपूत की हत्या कर दी और उसके शव को ठिकाने लगाने की कोशिश की। इस घटना ने समाज में रिश्तों के प्रति एक गंभीर प्रश्न खड़ा कर दिया है।
मुस्कान का स्वभाव शुरू से ही जिद्दी और मनमौजी बताया जाता है। वह अपने फैसले खुद लेना पसंद करती थी और अक्सर अपने माता-पिता के सुझावों को अनदेखा कर देती थी। शादी के कुछ वर्षों बाद, सौरभ के लंदन में रहने के कारण मुस्कान अकेलापन महसूस करने लगी। इसी दौरान उसकी मुलाकात साहिल शुक्ला से हुई, जिससे वह प्रेम संबंध में पड़ गई।
साहिल ने मुस्कान को नशे की आदत भी लगा दी, जिससे वह मानसिक और शारीरिक रूप से कमजोर होती गई। धीरे-धीरे मुस्कान पूरी तरह से साहिल के प्रभाव में आ गई और उसके कहने पर किसी भी हद तक जाने के लिए तैयार हो गई। उसकी सोच में बदलाव आने लगा और वह अपने पति को अपने प्रेम संबंध के लिए सबसे बड़ी बाधा मानने लगी। इसी वजह से उसने सौरभ को रास्ते से हटाने की योजना बनाई।
जब सौरभ की बहन चिंकी को शक हुआ कि उसके भाई के फोन से अजीबोगरीब संदेश आ रहे हैं, तो उसने तुरंत पुलिस से संपर्क किया। पुलिस ने जब मुस्कान से पूछताछ की, तो शुरुआत में उसने कई बहाने बनाए, लेकिन जब गहन जांच हुई, तो उसने अपराध कबूल कर लिया। इसके बाद मुस्कान और साहिल दोनों को गिरफ्तार कर लिया गया।
इस घटना के बाद मुस्कान के माता-पिता ने उसकी कड़ी निंदा की। उसके पिता, प्रमोद रस्तोगी, ने खुद अपनी बेटी को पुलिस के हवाले कर दिया और कहा कि मुस्कान ने जीने का हक खो दिया है। उन्होंने मांग की कि उसे फांसी की सजा दी जाए। मुस्कान की मां, कविता रस्तोगी, ने भी अपनी बेटी के कृत्य को घृणित बताया और कहा कि वह समाज के लिए एक खतरा बन चुकी है।
यह मामला प्रेम, विश्वासघात और अपराध की एक जटिल कहानी है, जिसने समाज को झकझोर कर रख दिया है। यह घटना दिखाती है कि कैसे अवैध संबंध और नशे की लत एक व्यक्ति को अपराध की ओर धकेल सकते हैं। यह समाज के लिए एक चेतावनी है कि हमें अपने रिश्तों में ईमानदारी और विश्वास बनाए रखना चाहिए और किसी भी गलत कदम से बचना चाहिए।