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तेरी मासूमियत ने मुझे कुछ इस क़दर तबाह कर डाला....
तेरे इश्क़ के फितूर ने मुझे कुछ इस क़दर बर्बाद कर डाला....
इम्तहान - ए - इश्क़ की तमन्ना अपने दिल में रखते ही क्यूँ हो….
इम्तहान - ए - इश्क़ की तमन्ना अपने दिल में रखते ही क्यूँ हो…
मोहब्बतें ज़िंदगी के सफर में…
तेरे बाद किसी से प्यार नहीं करना चाहते.....
तेरे बाद किसी का दिलदार नहीं करना चाहते…
मोहब्बतें ज़िंदगी के सफर में…
हम तेरे इश्क़ के फितूर में इस क़दर बदनाम थे ग़ालिब....
तेरे इश्क़ की जुदाई ने... मुझे मेरी तन्हाई ने... तेरे दर्द - ए - जुदाई ने...
मुझे कुछ इस क़दर तबाह कर डाला…
तुम्हें ख़्याल है तुम मेरे लिए क्या हो…
तुम्हारी अहमियत क्या कहूँ अपने ज़िंदगी के सफर में....
तुम मेरी पूरी मुख़्तलिफ़ ज़िंदगी का आग़ाज़ हो…
तुम्हें ख़्याल है कि क्या अहमियत है ज़िंदगी के सफर में…
तुम मेरी दुनिया की खूबसूरत ‘अलम-बरदार हो….
तेरा ख़्याल जो इस क़दर मेरे जी में बसा है ….
तेरी मासूमियत ने मुझे कुछ इस क़दर तबाह कर डाला....
तेरे इश्क़ के फितूर ने मुझे कुछ इस क़दर बर्बाद कर डाला...
दर्द - ए - इश्क़ बयाँ करूँ तो करूँ कैसे ... इन लफ़्ज़ पर....
दर्द - ए - इश्क़ बयाँ करूँ तो करूँ कैसे .... इन लफ़्ज़ पर...
तेरे दर्द - ए - जुदाई ने ... मुझे मेरी तन्हाई ने.... कुछ इस क़दर तबाह कर डाला...
हम तेरे इश्क़ के फितूर में इस क़दर बदनाम थे ग़ालिब...
तेरे दर्द - ए - जुदाई ने ..... मुझे मेरी तन्हाई ने.... कुछ इस क़दर तबाह कर डाला...
तेरे इश्क़ ने मुझे कुछ यूँ इस क़दर बर्बाद कर डाला...
तेरे इश्क़ ने मुझे कुछ यूँ इस क़दर बर्बाद कर डाला...

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