तेरे मेरे अफसानो की कहानी मै कुछ यू इस कदर लिखता हूं........
तेरे मेरे अफसानो की कहानी मै कुछ यू इस कदर लिखता हूं........
मैं अपने दिल के जज्बात को कुछ यू इस कदर लिखता हूं....
मुझे तुमसे कुछ यूं इस तरह रग़बते दिलगी थी तुझसे.....
मुझे तुमसे कुछ यूं इस तरह रग़बते दिलगी थी तुझसे.....
मैं अपने दिले के जज्बात को इस कदर लिखता हूं......
मैं अपने दिले के जज्बात को इस कदर लिखता हूं......
तेरे मेरे अफसानो की कहानी मै कुछ यू इस कदर लिखता हूं........
तू जो इस कदर मुंह मोड़ के जाएगी मुझसे...... जिंदगानी में.......
तू जो मुझसे इस कदर बगैर हो जाओगी मुझसे......... जिंदगानी में ......
तू जो मुझसे इस कदर हाथ छुड़ा तो न लोगै ......... जिंदगानी में ......
मै अपने मोहब्बतें दिले दस्ता बाया करता हु.......
मैं अपने दिले जज्बात को इस कदर लिखता हूं......
तेरे मेरे अफसोनो की कहानी मै कुछ यू इस कदर लिखता हूं........
ह, मै एक ख्याल लिखाता हु...मै एक ख्याल लिखाता हु....
मै एक ख्याल लिखाता हु...