समय अनंत, समय अभेद्य,
न उसका कोई रूप, न उसका कोई भेद्य।
चलता है ये अविरल, निरंतर,
नित नई दिशा में, परंतु है अचल, स्थिर।
वह धारा, जो कभी न थमती,
वह गाथा, जो किसी से न कहती।
प्राचीन काल से वर्तमान तक,
समय है केवल गूढ़ रहस्य की भाषा,
जिसे पढ़ सका, वह अमर हुआ,
और जिसने उसे अनदेखा किया,
वह अंतहीन अंधकार में खो गया।
समय का है ये खेल निराला,
कभी यह हंसाता, कभी रुलाता,
कभी देता है नव आशा की रौशनी,
तो कभी डूबता है अंधकार में पूरी बस्ती।
यह सृष्टि की गति है, इसका है बस यही नियम,
जो इसे समझे, वही पा सके जीवन का उत्तम क्रम।
समय की रेखा पर सब कुछ अंकित है,
हर क्षण, हर अनुभव इसमें सिमटित है।
जो इसे पढ़ सके, वह जान जाए सत्य,
और जो चूके, वह हो जाए विलीन।
वह समय की कसौटी पर खड़ा हो,
तो समझो कि वही सच्चा इंसान है।
जीवन का हर कण, समय की देन है,
हर सांस में उसकी धड़कन निहित है।
जो इसे सही से जिए, उसका जीवन पुष्पित,
जो इसे गँवाए, उसका जीवन बिखरित।
समय के हाथ में सब कुछ है,
वो देता है परिमाण, कर्म का परिणाम,
समय है सबसे बड़ा गुरु,
और जीवन का सबसे कठिन पाठ।
समय न किसी का सगा,
न यह किसी के प्रति निर्मल।
यह वही देता है, जो तूने बोया,
यह वही दिखाता है, जो तूने देखा।
पल-पल बीत रहा, जैसे जल की धारा,
जो बहता रहा, वही बनेगा किनारा।
जो समय के संग-संग चला,
वही करेगा जीवन में अपना नया सवेरा।
समय का न्याय अपरिवर्तनीय है,
यह किसी के लिए भी न रुकता है।
यह न देता है अवसर पुनः पाने का,
यह न दिखाता है द्वार पुनः खोलने का।
जो बीत गया, वो फिर न आएगा,
जो चूक गया, वो फिर न सम्हालेगा।
यह न राजा का मित्र, न रंक का शत्रु,
यह सबके लिए समान है, यही इसका स्वभाव है।
जो इस न्याय की समझ रखता है,
वही जीतता है अपने समय के साथ।
और जो इसे अनदेखा करता है,
वह खो देता है अपना जीवन, अपने हाथ।
समय के साथ जिसने किया खिलवाड़,
वो फिर समय के बंधन में जकड़ा हर बार।
वह चक्रव्यूह है, जो हर किसी को बांधता है,
वो समय का बंधन, जो केवल सत्य को जानता है।
समय का सम्मान, जीवन का महान् सत्य है,
जो इसे समझा, वही सच्चा ज्ञानी है।
समय है वो अमृत, जो अमरत्व का द्वार खोलता,
समय ही है वो जहर, जो जीवन को विष में डुबोता।
जो समय की महिमा समझा, उसने जगत जीत लिया,
जो इससे अंजान रहा, उसने सब कुछ खो दिया।
समय के कण-कण में बसा है जीवन का बीज,
जो इसे सींचेगा, वही पाएगा अमर वृक्ष की छाँव।
समय की नदी में जो बहते गए,
वो जीवन के सत्य तक पहुंचते गए।
जो समय की परछाई से भी डरते रहे,
वो अपनी ही परछाई से भागते रहे।
यह समय का खेल है,
जो इसे समझे, वही बनेगा महावीर,
जो इससे बचे, वो हो जाएगा नीर।
समय का सृजनकर्ता वही,
जो इसके हर पल को सहेजे।
समय और कर्म का गहरा संबंध है,
जो इसे साधे, वही महाकर्मयोगी कहलाता है।
समय सिखाता है धैर्य,
कर्म देता है उसकी परिणीति।
दोनों मिलकर बनाते हैं जीवन का सम्पूर्ण सत्य,
जो इसे समझे, वही जीवन में सफलता का पथ।
समय के साथ कदम से कदम मिलाकर चलो,
हर बीतते क्षण में अपने कर्मों को ढालो।
समय का वह पहिया जो घूमता निरंतर,
वही बनाता है तुम्हारा भविष्य अद्वितीय।
कर्म का बीज जो समय में बोए,
वही भविष्य की फसल में फल पाए।
समय का यह चक्र अनवरत चलता,
जो इसके संग चले, वही अपना लक्ष्य पाता।
समय की धारा अमर है,
इसका हर एक क्षण अजर है।
यह न रुका, न कभी रुकेगा,
इसका प्रवाह जीवन को सदा बहाएगा।
जो इसे समझे, उसने खुद को पहचाना,
जो इसे गँवाए, उसने जीवन को ठुकराया।
समय के महत्व को समझो,
उसके हर पल को अपनाओ,
यह वो शिक्षक है, जो सबसे बड़ा ज्ञान देता,
और वही मित्र है, जो सदा सत्य का साथ देता।
जीवन में समय का सम्मान करना,
यही सच्चे जीवन की पहचान है।
समय के साथ रहकर जो जिएगा,
वही सृष्टि का असली मर्म समझेगा।
समय अनमोल है, इसका सही उपयोग करो,
हर पल का आदर, हर क्षण का उपहार मानो।
समय ही सत्य है, समय ही शक्ति,
इसी से बनेगा तुम्हारा जीवन समृद्ध और युक्ति।