नौ महीनो बाद, अंतरिक्ष की कोख
से लोटी हैं, भारत की बेटी
तारों की दुनिया को चू के,
धरती माता पे सुनहरा
इतिहास राचाते हुए
जल सागर की गोद मे,
वो अद्भुत कर्ता दृश्य
मुस्कुराते समुद्री
स्तनधारी जीवो का
उसके आने की खुशहाली का
लहराया हैं भारत का ध्वज उसने
बड़ी शान से, अपने पसीने की
बूंदो को चलका के,
कैसे रहते, शून्य गुरूत्वाकर्षण
मे, हवा में तैरते हुए
विज्ञान को एक नया
रूप देते,
सलाम है भारत की बेटी को
उसकी मिट्टी के देशवासियो का..