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उसके माथे पे खिलता
पूनम का चांद,
उसकी माँग में चढ़ता
एक चुक्ति केसरिया रंजक,
उसके सिंदूर पे
महफ़िल सजाता मांग टीका,
उसके रेशमि बालों में महकता
फूलों का गजरा,
उसकी आँखों में कड़क ता
बिजली सा नज़र का धागा,
उसके कानो में जमूर सी
ठुमकती बाली,
उसके होंठहो पे सजती
शाम की लाली,
उसके मुखड़े पे
मुस्काती नथनी,
उस्की कोमल सी कलाई मे
मंजरे सी खनकती चूड़ि,
उस्की सादी पे इठलाती
कमर करधनी,
उस्की बाहों में झूमती
बाजूबंद री,
उस्की हाथलीयो मे रास
रचाती मेहंदी की कढ़ाई,
उस्की उंगली मे वादो
से घेरता छल्ला,
उसके पैररो में सरगम सी
शोर मचाती पायल,
उसके लाल रंग का चोला
सुहाग का हैं जोडा,
और गले में उसके प्यार
का हैं लिपटता धागा..

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