हाथ पकड़ कर लिखना सिखाया आपने,
फूलो में काटो का मतलब सिखाया आपने
गिरे जब हम खुद से उठना सिखाया आपने||
होता क्या जीवन शिक्षा के बिना ये सिखाया आपने,
खुद 5 घण्टे खड़े रहकर हमे बिठाकर सिखाया आपने,
कर देते गुस्सा जब कुछ न कर पाते हम
पर फिर अगले ही दिन पास बैठाकर हँसाया आपने,
अंधकार से प्रकाश की ओर ले जाया आपने||
उन मास्टरों को भी नमन
जो हमें बातें करने पर कूट देते थे,
लेकिन जब दो कन्याएँ बातें करतीं तो
बड़े प्यार से कहते,
क्या बातें हो रही हैं? हमें भी तो बताओ |||
हाथ पकड़ कर लिखना सिखाया आपने,
फूलो में काटो मतलब सिखाया आपने,
गिरे जब हम खुद से उठना सिखाया आपने||
. . .