जीवन का हर रास्ता अच्छा और बुरा होता है,
उस पर सही चलने वाला ही सच्चा होता है,
यह संसार कई बुराइयों और अच्छाइयों से भरा होता है,
जिसे समझकर जीने वाला ही खरा होता है।
जो मनुष्य अच्छे कर्म करता है,
उसका जीवन सुख से भरता है,
जो मनुष्य बुरे कर्म करता है।
उसका संपूर्ण जीवन दुख से भरता है।
कठोर वाणी वह है , जिससे जीवन बर्बाद होता,
मधुर वाणी से व्यक्ति खुशहाली के बीज बोता है,
कर्म है ,जो व्यक्ति को आगे पहुंचाता है,
पाप है ,जो व्यक्ति को पहले ही रोक देता है।
सेवा और सहायता ही सबसे बड़ा कर्म होता है,
जिंदगी का एकमात्र कर्म ही सच्चा धर्म होता है,
अन्याय रूपी व्यक्ति का जीवन डर से भरा होता है,
उसका भूत और भविष्य कर्म पर ही निर्भर होता है,
जो हर मुश्किल हर कठिनाई में साथ होता है,
वही व्यक्ति सच्चा कर्मवीर होता है।