जिंदगी में मानव के अलावा, जो प्रकृति के संग है,
जानवर भी प्रकृति का अहम अंग है,
भगवान से ही जानवर का हर रूप दिखता है,
जानवर भी प्रकृति की सुंदरता है।
मनुष्य से ही इनकी सुरक्षा है,
बड़ा कर्म और धर्म पशु रक्षा है,
पशुओं को मारना नहीं अपनाना है,
जिंदगी इनमें भी है ,उसे संवारना है।
गाय को मां के सम्मान माना है,
हाथी को गजानंद के सम्मान माना है,
हर किसी जानवर में ईश्वर का रूप है
जानवर प्रकृति का स्वरूप हैं।