Photo courtesy of Blue Origin

अंतरिक्ष पर सिर्फ देशों की स्पेस एजेंसी की अधिकार वाली बात अब पुरानी हो चुकी है. क्योंकि रिचर्ड ब्रैनसन और जेफ बेजोस की अंतरिक्ष यात्रा से स्पेस टूरिज्म का मॉडल क्रिएट हो चुका है. स्पेस में जाने के लिए आपको एस्ट्रोनॉट बनने की भी ज़रूरत नहीं है. अगर आपके पास पैसा हैं तो आप अंतरिक्ष की सैर का लुत्फ उठा सकते हैं.

बता दें कि इसी 11 जुलाई को ब्रिटिश अरबपति रिचर्ड ब्रैन्सन ने अंतरिक्ष की यात्रा की थी. ब्रैन्सन अपनी कंपने के पांच अन्य कर्मचारियों के साथ वर्जिन गैलेक्टिन रॉकेट प्लेन में बैठकर न्यू मेक्सिको के ऊपर लगभग 86 किलोमीटर ऊंचाई तक अंतरिक्ष की सैर करके आए.

ब्रैन्सन ने अपनी इस यात्रा को अंतरिक्ष पर्यटन की दिशा में नए युग की शुरुआत बताया. उन्होंने कहा, "हम सभी के लिए अंतरिक्ष तक पहुंचना आसान बनाना चाहते हैं. नए अंतरिक्ष युग में आपका स्वागत है.” वर्जिन गैलेक्टिक अगले साल से अंतरिक्ष पर्यटन की व्यापारिक शुरुआत करने वाली है. ब्रैनसन साल 2022 से हर साल 400 फ्लाइट स्पेस में भेजेंगे. मतलब हर फ्लाइट में 5 से 6 टूरिस्ट होंगे और माना जा रहा है कि एक-एक टूरिस्ट को स्पेस जाने के लिए ढाई लाख डॉलर तक खर्च करना पड़ सकता है.

अब अमेज़न के संस्थापक जेफ़ बेज़ोस ने 20 जुलाई, मंगलवार को तीन अन्य लोगों के साथ अंतरिक्ष की सैर करके वापस लौट आए हैं. ये सभी लोग बेज़ोस की कंपनी ब्लू ओरिजन के अंतरिक्ष यान 'न्यू शेफ़र्ड' से रवाना हुए. न्यू शेफ़र्ड ने अमेरिका के टेक्सस से उड़ान भरी. इस यात्रा में बेज़ोस के साथ उनके भाई मार्क बेज़ोस, 82 साल की पूर्व पायलट वैली फ़ंक और 18 साल के छात्र ओलिवर डायमेन भी गए थे. वहीं, इस यात्रा के दौरान दो रिकॉर्ड बने. वैली अंतरिक्ष में जाने वाली सबसे उम्रदराज़ महिला और ओलविर सबसे कम उम्र के व्यक्ति बन गए.

न्यू शेपर्ड अंतरिक्ष के किनारे तक पहुंचा, जिसे कैरमैन लाइन के रूप में जाना जाता है. कैरमन लाइन 100 किलोमीटर की ऊंचाई पर एक काल्पनिक सीमा है जिसे इंटरनेशनल एयरोनॉटिक्स बॉडी ने धरती के वातावरण और अंतरिक्ष के बीच सीमा करार दिया है. ऐसा करके बेजोस ने ब्रैनसन को दूरी के मामले में पछाड़ दिया. जहां ब्रैनसन ने अपनी यात्रा के दौरान 86 किमी की ऊंचाई तक उड़ान भरी थीं, वहीं बेजोस ने उनसे 14 किलोमीटर की अधिक उंचाई तक गए. बेज़ोस दुनिया के सबसे दौलतमंद लोगों में से एक हैं. उन्होंने साल 2000 में अपनी कंपनी 'ब्लू ओरिजिन' की शुरुआत की थी. पिछले महीने उन्होंने इस उड़ान का एलान किया था.

ब्रैनसन-बेजोस ने अंतरिक्ष सैर करके एक मील का पत्थर स्थापित किया हैं जो निकट भविष्य में कई रास्ते खोल सकता है. वहीं अंतरिक्ष पर्यटन की दौड़ में तीसरी कंपनी ईलॉन मस्क की SPACE X है, जो सितंबर में एक नागरिक दल को ऑरबिट में भेजने की योजना बना रही है. उनकी कंपनी तो पहले से अंतरिक्ष में सैटेलाइट और अंतरिक्ष यात्रियों को भेजने का काम करती है. 

SPACE X नासा के लिए कई बार सामान और यात्रियों को अंतरिक्ष में पहुंचा भी चुकी है. अब मस्क भी टूरिस्टों को अंतरिक्ष घुमाने के प्लान पर काम कर रहे हैं. उनकी कंपनी भी अगले साल तक कॉमर्शियल स्पेस टूरिज्म का कारोबार शुरू कर देगी. जाहिर है इन तीन कम्पनियों के चलते स्पेस की सैर का सपना देखनेवालों के बीच बड़ी उम्मीदें जगी हैं.

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