सुशांत सिंह राजपूत की मौत के बाद से ही कंगना रनौत इस मामले पर अपनी बेबाक बोल से चर्चा में रही है. कंगना ने पहले बॉलीवुड के मूवी माफिया एवं नेपोटिज्म गैंग को निशाने पर लिया. गौरतलब है कि सुशांत की जान बॉलीवुड में नेपोटिज्म की वजह से गई. सुशांत की असमय मौत से बॉलीवुड का स्याह चेहरा उजागर हो चुका है. महज 34 साल की उम्र में सुशांत का ऐसे चले जाना लोगों को बहुत खला. सुशांत के जाने का गम आज भी लोगों को सता रहा है. आपको बता दें कि सुशांत के निधन को तीन महीने होने को हैं, लेकिन उनकी मौत के राज को अभी तक नहीं सुलझाया जा सका है. सवाल जस के तस बने हुए हैं.

सुशांत को न्याय दिलाने की मुहिम में पूरा देश जुटा हुआ है. सुशांत को न्याय दिलाने के लिए चलाए जा रहे कैंपेन में आम लोगों का तो अपार समर्थन मिल ही रहा है, इसके साथ-साथ नेताओं, बॉलीवुड सेलिब्रिटी एवं सोशल एक्टिविस्ट का भी खूब सपोर्ट मिल रहा हैं. कंगना रनौत, अनुपम खेर, अंकिता लोखंडे, कृति सैनन, वरुण धवन, परिणीति चोपड़ा, सिद्धांत चतुर्वेदी जरीन खान डॉली बिंद्रा, अभिजीत मजूमदार, बाबा रामदेव, राज्यसभा सांसद सुब्रमण्यम स्वामी सहित जानी मानी हस्तियां इस सुशांत के परिवार के सदस्यों के साथ जुड़कर न्याय की मांग कर रहे हैं.

इस कड़ी में कंगना काफी मुखर रही. वह कभी मूवी माफिया, स्टार किड्स, महाराष्ट्र सरकार तो कभी मुंबई पुलिस पर ट्वीट्स के जरिए निशाना साधती नजर आई. बाकायदा कंगना ने सोशल मीडिया अकाउंट पर अपना एक वीडियो भी शेयर किया, जिसमें बोलती नजर आई कि सुशांत के दिमाग को कतरा-कतरा करके तोड़ते हुए उन्हें मार दिया गया. 

वहीं एक ट्वीट में कंगना ने मुंबई की तुलना पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर यानी पीओके से कर दी. मुंबई पुलिस पर निशाने साधते उनके पोस्ट ने कंगना को विवादों में ला दिया. 


खासकर, कंगना और शिवसेना नेता संजय राउत के बीच की तकरार इतनी बढ़ गई की मामला 'गाली-गलौज' तक जा पहुंची. जब कंगना ने हाल ही में संजय राउत पर आरोप लगाया कि संजय ने उन्हें मुंबई वापस ना आने की धमकी दी है. इसे लेकर एक्ट्रेस ने एक के बाद एक कई ट्वीट भी किए. 

कंगना ने संजय को खुली चुनौती देते हुए घोषणा भी कर दी की कि वह 9 सितंबर को मुंबई आएगी. एक में पोस्ट में कंगना ने लिखा ”मैं देख रही हूं कि बहुत से लोग मुझे धमकी दे रहे हैं कि मैं मुंबई वापस नहीं आऊं. अब मैंने 9 सितंबर को इस आने वाले सप्ताह में मुंबई की यात्रा करने का फैसला किया है, जब मैं मुंबई हवाई अड्डे पर उतरूंगी तब मैं पोस्ट करुंगी ,किसी के बाप में हिम्मत है तो रोक ले.

इससे संजय और कंगना के बीच जुबानी जंग और तेज हो गई और संजय ने 'अपमानजनक' भाषा का इस्तेमाल करते हुए कंगना को 'हरामखोर' तक कह दिया. उसी पर प्रतिक्रिया देते हुए, कंगना ने सवालिया अंदाज में ट्वीट करते हुए कहा, “2008 में मूवी माफिया ने मुझे एक साइको घोषित किया, 2016 में उन्होंने मुझे एक चुड़ैल और स्टाकर कहा, 2020 में महाराष्ट्र के मंत्री ने मुझे हरमखोर लडकी की उपाधि दी, क्योंकि मैंने कहा कि एक हत्या के बाद मैं मुंबई में असुरक्षित महसूस करती हूं, अब असहिष्णुता पर बहस करने वाले योद्धा कहाँ हैं?“

कंगना संजय के हर वार का शेरनी की तरह सक्षम प्रतिकार करती नजर आई. एक कहावत है न भाग्य भी बहादुरों का साथ देती हैं. कंगना के मामले में भी ऐसा ही हुआ सत्य और न्याय के लिए मैदान में डटी कंगना को 9 सितंबर को मुंबई पहुंचेंने से पहले ही गृह मंत्रालय की ओर से Y कैटेगरी की सुरक्षा दे दी गई है.


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