लवलीना बोर्गोहेन का ब्रॉन्ज पंच

लवलीना बोर्गोहेन ने टोक्यो ओलिंपिक 2020 में कमाल का प्रदर्शन किया है. लवलीना ने 69 किलोग्राम कैटेगरी के क्वार्टर फाइनल मुकाबले को जीत कर सेमीफाइनल में जगह बना ली है. लवलीना ने चीनी ताइपे और पूर्व वर्ल्ड चैंपियन निएन चिन चेन को 4-1 के भारी अंतर से हराया. इस तरह उन्होंने एक मेडल पक्का कर लिया है. 

ब्रॉन्ज मेडल तो पक्का हो गया है और इसके साथ ही गोल्ड की उम्मीदें भी कायम है. यदि वह सेमीफाइनल जीत कर फाइनल में पहुंचती है तो सिल्वर मेडल और फाइनल भी जीत जाती है तो भारत के झोली में गोल्ड मेडल आ जाएगा. मुकाबले के तीनों राउंड में लवलिना ने प्रतिद्वंद्वी मुक्केबाज निएन को टिकने नहीं दिया. पहले राउंड में 5 में से 3 जजों ने लवलिना को बेहतर बताया. दूसरे राउंड में

सभी 5 जजों ने लवलिना को विजेता पाया तो वहीं तीसरे राउंड में 4 जजों ने लवलिना के पक्ष में फैसला सुनाया है. इस तरह लवलिना ने 4-1 से मुकाबला जीता. लवलिना ने अपने पंच से प्रतिद्वंद्वी मुक्केबाज निएन को टिकने नहीं दिया. अब जीत के साथ ही इस पंच का डंका पूरे दुनिया में बज रहा है. अब आगे उनका सामना

मौजूदा विश्व चैंपियन तुर्की की बुसानेज सुरमेनेली से होगा. लवलिना ओलिंपिक में मेडल जीतने वाली भारत की दूसरी महिला मुक्केबाज बन गई हैं. उनसे पहले एमसी मेरीकॉम ने 2012 लंदन ओलिंपिक में ब्रॉन्ज जीता था. वहीं पुरुष-महिला मिलाकर लवलिना बॉक्सिंग में ओलिंपिक मेडल जीतने वालीं तीसरी भारतीय हैं. पुरुषों में विजेंदर सिंह ने 2008 बीजिंग ओलिंपिक में ब्रॉन्ज मेडल अपने नाम किया था.

2 अक्टूबर साल 1997 को असम के गोलाघाट जिले के बाड़ा मुखिया गांव में जन्मी लोवलिना के पिता टिकेन एक छोटे व्यापारी हैं. उनकी दो बड़ी बहनें राष्ट्रीय स्तर पर किक बॉक्सिंग खेल चुकी हैं और लोविलना ने भी अपना करियर इसी खेल से शुरू किया था. लेकिन बाद में अवसर मिलने पर उन्होंने अपनी राह बदल दी. 2018 गोल्ड कॉस्ट कॉमवेल्थ गेम्स में उन्होंने भारत का प्रतिनिधित्व किया था. इससे पहले उन्होंने इंडिया ओपन में गोल्ड मेडल जीता था, जबकि एशियन चैंपियनशिप में उन्होंने ब्रॉन्ज जीता था. उन्हें को अर्जुन पुरस्कार भी मिल चुका है.

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