कृषि कानून पर विपक्ष की ओर से सरकार को निशाना बनाये जाने पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार, 25 सितंबर को जमकर लताड़ लगाई. पीएम मोदी ने कहा कि जिन्होंने दशकों तक किसानों के नाम पर सिर्फ नारे लगाए और खोखले वादे किए वे आज अपने राजनीतिक स्वार्थ के लिए किसानों के कंधे पर रखकर बंदूक चला रहे हैं. मोदी ने कृषि सुधार संबंधी विधेयकों पर विपक्ष के विरोध को राजनीतिक स्वार्थ बताते हुए आरोप लगाया कि विपक्ष अफवाहें फैलाकर किसानों को भ्रमित करने का प्रयास कर रहा है.
पीएम मोदी ने ये बातें भारतीय जनसंघ के संस्थापक पंडित दीनदयाल उपाध्याय की जयंती के मौके पर भाजपा कार्यकर्ताओं को वर्चुअली संबोधित करते हुए कही. इसके साथ ही उन्होंने कार्यकर्ताओं से अपील भी की कि वे जमीनी स्तर पर छोटे-छोटे किसानों से मिलें और कृषि कानून के फायदों के बारे में उन्हें बताए. मोदी ने यह भी कहा कि दशकों में पहली बार केंद्र सरकार ने ऐसे कानून पारित किए हैं जो किसानों और श्रमिकों को फायदा पहुंचाएंगा. इससे किसानों के जीवन में व्यापक बदलाव लाना संभव हो सकेगा.
पीएम मोदी ने इस मौके पर यह भी कहा कि उनकी सरकार ने बहुत ही कम समय में पिछले चुनाव में किए गए बड़े वादों को पूरा करने का काम किया है, जो दशकों की हमारी तपस्या के आधार रहे हैं. इसमें जम्मू एवं कश्मीर से अनुच्छेद 370 को खत्म करना एवं अयोध्या में भव्य राम मंदिर का निर्माण शामिल हैं. बीजेपी के कार्यकर्ता के रूप में जिस संकल्प पत्र को लेकर आप घर-घर, द्वार-द्वार गए थे, आज जब देखेंगे तो पाएंगे कि कितनी तेजी से काम किया जा रहा है.
हर घर जल की योजना हो या हर गांव तक तेज इंटरनेट का वादा, ये करोड़ों देशवासियों के जीवन को आसान बनाने वाले हैं. पीएम मोदी ने कहा "बीते कुछ दिनों में सरकार ने जो अहम निर्णय किए हैं उन पर दीनदयाल उपाध्याय के दर्शन एवं चिंतन की प्रकाश समाहित है. एक राष्ट्र के रूप में, एक समाज के रूप में भारत को बेहतर बनाने के लिए पंडित दीनदयाल उपाध्याय जी ने जो योगदान दिया है, वह पीढ़ियों को प्रेरित करने वाला है. भारतीय जनता पार्टी के हम सभी कार्यकर्ताओं के लिए उनका दिखाया मार्ग हमेशा प्रेरणा देता है, प्रोत्साहित करता है."