गुरुवार 13 अगस्त, 2020 को पीएम मोदी ने पारदर्शी कराधान-ईमानदार का सम्मान यानी 'ट्रांसपेरेंट टैक्सेशन- ऑनरिंग द ऑनेस्ट नाम से एक नई व्यवस्था को शुरू किया. वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिए इस नए टैक्स सिस्टम को लॉन्च करते हुए पीएम मोदी ने कहा- "ट्रांसपेरेंट टैक्सेशन- ऑनरिंग द ऑनेस्ट 21वीं सदी के टैक्स सिस्टम की इस नई व्यवस्थादेश से में चल रहा संगठनात्मक बदलाव का सिलसिला आज एक नए पड़ाव पर पहुंचा है. इस प्लेटफॉर्म में फेसलेस एसेसमेंट(Faceless Assessment), फेसलेस अपील (Faceless Appeal) और टैक्सपेयर्स चार्टर (Taxpayers Charter) जैसे बड़े रिफॉर्म्स शामिल हैं."
पीएम मोदी ने टैक्सपेयर चार्टर को विकास की दिशा में एक बड़ा कदम बताया है. उन्होंने कहा कि अब टैक्सपेयर को उचित, विनम्र और तर्कसंगत व्यवहार का भरोसा दिया गया है. यानि आयकर विभाग को अब टैक्सपेयर के स्वाभिमान का खास ध्यान देना होगा.
क्या होता है टैक्सपेयर चार्टर?
यह चार्टर टैक्सपेयर्स की परेशानी कम करने पर केन्द्रित हैं. इसके तहत इनकम टैक्स अफसरों की जवाबदेही तय की जाएंगी. मतलब किसी भी तरह का टालमटोल नहीं चलेगा. इस तरह का सिस्टम फिलहाल दुनिया के सिर्फ तीन देशों- अमेरिका, कनाडा और आस्ट्रेलिया में ही मौजूद है. इसे करदाताओं और इनकम टैक्स विभाग के बीच विश्वास बढ़ाने की कोशिश के तौर पर देखा जा सकता हैं.
इस अवसर पर पीएम मोदी ने कहा- "टैक्सपेयर्स की तरफ से टैक्स देना और सरकार के लिए टैक्स लेना हक का विषय नहीं, बल्कि ये दोनों की जिम्मेदारी है. टैक्स इसलिए देना है, क्योंकि उसी से सिस्टम चलता है, बड़ी आबादी के प्रति देश अपना फर्ज निभा सकता है, इसी टैक्स से खुद टैक्सपेयर्स को भी बेहतर सुविधाएं और इंफ्रास्ट्रक्चर मिलता है."
पीएम मोदी के इस वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग में केंद्रीय वित्त एवं कॉरपोरेट कार्य मंत्री निर्मला सीतारमण और वित्त एवं कॉरपोरेट कार्य राज्य मंत्री अनुराग सिंह ठाकुर भी उपस्थित रहें. इस टैक्स प्रणाली को लेकर पीएम मोदी ने एक ट्वीट किया, जिसमें उन्होंने लिखा- "इससे कर व्यवस्था में सुधार करने और इसे आसान बनाने के हमारे कोशिशों को बल मिलेगा. इससे ईमानदार करदाताओं को लाभ मिलेगा जिनके कड़ी मेहनत से देश विकास के पथ पर निरंतर अग्रसर हो पाता है."
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने भी ट्विटर के जरिए इस योजना को भारत के लिए सरल और पारदर्शी कराधान व्यवस्था मुहैया कराने की दिशा में एक ठोस कदम बताया है.
वहीं इस नए टैक्स व्यवस्था पर प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) की ओर से भी एक बयान जारी करके बताया कि प्रधानमंत्री ‘पारदर्शी कराधान - ईमानदार का सम्मान' के लिए जो प्लेटफॉर्म लॉन्च करेंगे, वह प्रत्यक्ष कर सुधारों की यात्रा को और भी आगे ले जाएगा. इस नए टैक्स सिस्टम में आयकर विभाग के अधिकारियों एवं पदाधिकारियों के अलावा विभिन्न वाणिज्य मंडलों, व्यापार संघों एवं चार्टर्ड एकाउंटेंट संघों के साथ-साथ जाने-माने करदाता भी शामिल होंगे.