Safaibaaz-The Scavenger

सफाई कर्मियों की जिदंगी कितनी जोखिम भरी होती हैं. जब वे सफाई करने सीवर में उतरते है तो उन्हें किन-किन परेशानियों का सामना करना पड़ता है. यहां तक कि उस दौरान कईयों की जान भी चली जाती है. आप सबने कई बार ये ख़बर सुनी होंगी कि मैनहोल में सफाई के दौरान सफाई कर्मी की मौत हो गई. उनके जीवन के इसी पहलू के इर्द-गिर्द फिल्म Safaibaaz-The Scavenger की कहानी बुनी गई है. 

फिल्म बनकर तैयार है और 2 अक्टूबर को गांधी जयंती के अवसर पर रिलीज होने वाली है. इस फिल्म में अंडर ग्राउंड सीवर लाइन की सफाई करने वाले मजदूरों की सामाजिक-आर्थिक स्थिति, विपरीत हालात एवं जोखीम भरे ज़िंदगी को दिखाया गया है.

आम जिंदगी से जुड़ा मैनहोल सफाई कर्मी की जिंदगी कैसे मौत के कगार पर पहुंचती है? फिर उसकी मौत के बाद परिवार किस तरह के आर्थिक तंगी से गुजरता है? जब ये सफाई के लिये गटर में उतरते है तो वापस जिंदा लौटेंगे की नही इसकी कोई गारंटी नहीं होती. नहीं प्रशासन, नहीं कोई सरकार इन पर ध्यान देती है और नहीं कोई उचित सुविधा उन्हें मुहैया हो पाती हैं. 

उनके अकस्मात निधन के उपरांत इन पर आश्रित महिला और परिवार के सदस्यों की हालत और दयनीय एवं नारकीय हो जाती है. इसी मुद्दे को बड़े पर्दे पर उतारने का काम किया है डॉ. अवनीश सिंह ने. आपको बता दें कि अवनीश सिंह देश की प्रतिष्ठित एग्जाम आईएएस पास करके भारतीय प्रशासनिक सेवा में वरीय पद पर कार्यरत रहें. वे श्रम मंत्रालय से महानिदेशक के पद से रिटायर हुए है.

फिल्म के क्रिएटिव डायरेक्टर अजीत चौबे, डायलॉग एवं सहायक डायरेक्टर सैलेन्द्र सिंह है व कैमरा मैन अयूब अली खान जी है. फ़िल्म उन लोगो के जीवन पर आधारित है जो हमारे जीवन मे बहुत महत्वपूर्ण है. जिनके कारण हम साफ सफाई की जीवन जीते है. ये लोग अगर एक दिन भी नहीं आये तो पूरी तरह से हम गंदगी से परेशान हो जाते हैं. 

हमारे द्वारा फैलाये मैले और गंदगी की सफाई करने वालों कि रीयल लाइफ कैसी होती है? इस फिल्म में उसे बेहद बारीकी के साथ दिखाने की कोशिश की गई है. विडंबना इस बात है कि हम उन्हें आपने आस पास भी नही आने देते. छुआ छूत और उन्हें कमतर आंक कर हेय दृष्टि से देखते है. समाज में उन्हें वो स्थान नहीं मिलता जिसके वे हकदार है.

फिल्म में म्यजिक दिया है डॉ नीता सिंह ने. खास कर लोरी और होली के गाने बेहद मधुर एवं कर्ण प्रिये है. होली के गाने सुधेश भोसले साहब के आवाज में है. वहीं इस फ़िल्म के मुख्य कलाकार जॉनी लीवर, राजपाल यादव, ओकर दाश मणिपुरी जी (पिपली लाइफ के नत्था), उपाशना सिंह, अनुपम श्याम ओझा (सज्जन सिंह) सम्राट चतुरवेदी,मनप्रीत, ऋतु सिंह, आशीष अवाना, दीपक राज डोगरा साईशा शाहगल और मनोज पंडित (प्रतिघात के यसवंत राणा) है.

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