बरस रहे बादल भीग रही चोली ,
नाजुक बदन पर खेल ली होली।
हर तरफ शोर है, हैप्पी होली हैप्पी होली।

रंगभरी डिब्बी मे रंग है निराला,
रंगों में रंग गये सभी ग्वाल बाला।
फेंका गुलाल तो छ्लक गयी रोली,
नाजुक बदन पर खेल ली होली।

कर दिया चुनरी को लाल से गुलाबी,
बच्चों संग खेले भइया और भाभी।
मटक- मटक खेलें आँख में चोली,
नाजुक बदन पर खेल ली होली।

रग चढ़े उमंग चढ़े और चढ़े भंग,
पिया संग खेले गोरी उड़ा के रंग,
राधा संग नाचे सखियां और सहेली,
नाजुक बदन पर खेल ली होली।

गुजिया रसगुल्ले संग खाए मिठाई ,
मस्ती में नाचे सब पीकर ठंडाई ,
ढोलक की थाप पर नाच रही टोली,
नाजुक बदन पर खेल ली होली ,
हर तरफ शोर है हैप्पी होली हैप्पी होली...

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