ये भी जाने
वो भी जाने
सभी ये बात जाने है
हम तुझमें खोये हुए से
इस जग से बेगाने है
रीत भी छोडी इस जग की
प्रीत भी अब ना भाए
सारे बारी बारी आते जाए
बस एक तू ना आए
देख अपने बिछडन का अब मुझे डर सताए
तू क्यों दूर भागे अब मेरे मन से
क्या हम कभी भी मिले नहीं
या एक दूसरे से अनजाने है
अरे..अपने तो बरसों से जाने पहचाने है
हम तुझमें खोये हुए से
इस जग से बेगाने है!!