ए चांद! मेरे देश के तिरंगे से तू और भी संवर गया है
केसरिया श्वेत व हरे रंग से तेरा रंग और निखर गया है
चांद की खूबसूरती में आज लग गए चार चांद है
जो चांद पे आज मेरे देश का चंद्रयान है...!
पुलकित मन है, हर्षित जन हैं, होठों पे मुस्कान है
ये इसरो के निरंतर प्रयासों का परिणाम है
इसरो के वैज्ञानिकों तुम पे देश को गर्व है,अभिमान है,
जो चांद पे आज मेरे देश का चंद्रयान है...!
ज्ञान से और विज्ञान से रचा स्वर्णिम इतिहास है
चांद के दक्षिणी ध्रुव पे पहुंचा प्रथम अपना ही राष्ट्र है
महान भारत की बढ़ी फिर आन बान और शान है
जो चांद पे आज मेरे देश का चंद्रयान है...!