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चाहें व्यक्ति हो या परिस्थिति बिना उम्मीदों को लगाए स्वीकार करो, दृढ़ निश्चय और आत्मविश्वास के साथ, सोचो समझो और आगे बढ़ो,
मन में जो कृष्ण को बसाया है तो गर गिरेंगे तो संभालेगा भी वही, बस तुम पग पीछे न धरो, सोचो समझो और आगे बढ़ो,
हर मुश्किल से हाथ पकड़ के निकलेगा भी वही इतना अटूट विश्वास श्री कृष्ण पर रखो, पथ चाहें जैसा भी हो, सोचो समझो और आगे बढ़ो,
हार का स्वाद मिलेगा ही पर धीरज का तुम ना करना त्याग, करके स्वयं पर पुनः विश्वास लक्ष्य की ओर चलो,
सोचो समझो और आगे बढ़ो,
जो रुक जाए वो कैसे पहुंच पाए मंजिल के द्वार, तो बिना रुके बिना थके, सपनों को अपने साकार करो, सोचो समझो और आगे बढ़ो।
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