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ये जिन्दगी कहाँ आसान होती है माना मुश्किलें भी तमाम होतीं हैं,
पर बिना मुश्किलों के जिंदगी भी तो "आम" होती है,
खुशमिज़ाजी तो जिंदगी की शान होती है,
ज़िंदगी "जिंदादिली" से जीने का नाम होती है ,
उदासियों के चेहरों ने कब किसका दिल लूटा है,
बसता है वही "दिलों में" जिस चेहरे पर "मुस्कान" होती है,
"शाम" के बाद "सुबह", तो "सुबह" के बाद फिर "शाम" होती है,
"आशाओं" का "दामन" थामे रखने का "पैग़ाम" होती है,
कभी "उम्मीदों की उड़ान" तो कभी "जरूरतों की थकान" होती है,
किसी के "पैरों की ज़मी" किसी के "सिर का आसमान" होती है,
ये जिन्दगी कहाँ आसान होती है माना मुश्किलें भी तमाम होतीं हैं,
पर बिना मुश्किलों के जिंदगी भी तो "आम" होती है।।

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