जो मिल गया कृष्ण तुम्हें,
तो क्या राधा तुम बन पाओगी?
और न बनी राधा, तो क्या
मीरा तुम हो जाओगी?

जो बन गईं रुक्मणि-सी, तो क्या
गोपियन को समझ पाओगी?
रास रचाता कान्हा है आधा,
क्या आधी तुम हो जाओगी?

कृष्ण की जो प्रीत बनीं, तो क्या 
इसे रीत तुम बना पाओगी?
और जो बन गयीं रीत अगर तुम,
तो क्या यह रीत निभा पाओगी?

हृदय बन तुम कृष्ण का, क्या
स्मृति मोहन की हो जाओगी?
और जो बन गयीं स्मृति, तो क्या
स्मरण उन्हें करा पाओगी?

जो भूल गया कृष्ण तुम्हें, तो 
क्या वर्षों तक ठहर पाओगी?
कृष्ण है सबमें थोड़ा थोड़ा,
क्या थोड़ा तुम भी हो जाओगी?

जो मिल गया कृष्ण तुम्हें,
तो क्या राधा तुम बन पाओगी?
और न बनी राधा, तो क्या
मीरा तुम हो जाओगी?

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