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“पढने जब मैं जाऊं ईश्वर, इतना रखना ध्यान,
गर्ल फ्रेंड नई, हर कक्षा में, करना सदां प्रदान।”
हे प्रभु ! पूरा कर देना बस, इतना सा अरमान !
ये विनती मेरी, भूल ना जाना, मेरे कृपानिधान !!

कलयुग में वह कृष्ण कथाएं, फिर से मैं दुहराऊं,
पनघट ढूंढे नहीं मिलें अब, क्लास में रास रचाऊं,
घिरा गोपिओं के संग बैठूं, बना कृष्ण भगवान ।
हे प्रभु ! पूरा कर देना बस, इतना सा अरमान !
ये विनती मेरी भूल ना जाना, मेरे कृपानिधान !!

हिंदी, इंग्लिश मिटा ना पाए, जन्म जन्म की प्यास,
प्रेम की भाषा, प्रेम विषय पर, रचूं नया इतिहास,
मोबाइल से प्रेम प्यार बना है, अब कितना आसान ।
हे प्रभु ! पूरा कर देना बस, इतना सा अरमान !
ये विनती मेरी भूल ना जाना, मेरे कृपानिधान !!

एस एम एस करेंगे देखो, नव युग का आरम्भ,
एम एम एस क्लिप्पिंग तोड़ेंगे, खजुराहो का दम्भ,
विषय एक ही रहे विश्व का, मात्र प्रेम विज्ञान ।
हे प्रभु ! पूरा कर देना बस, इतना सा अरमान !
ये विनती मेरी भूल ना जाना, मेरे कृपानिधान !!

नवयुग में, नव प्रेम की भाषा, नव लिखूं इतिहास,
प्रेम की पावन गंगा का कर दूं, हर हृदय में वास,
जात, पात और ऊंच, नीच का, ना हो क्षोभ, गुमान ।
हे प्रभु ! पूरा कर देना बस, इतना सा अरमान !
ये विनती मेरी भूल ना जाना, मेरे कृपानिधान !!

सुन्दर, सुन्दर देख लड़कियां, सुन्दर भाव विचार,
पर मेरे तन, मन, भावों में, ना आये खोट, विकार,
एक दूजे प्रति, प्रेम भाव हों, आदर और सम्मान ।
हे प्रभु ! पूरा कर देना बस, इतना सा अरमान !
ये विनती मेरी भूल ना जाना, मेरे कृपानिधान !!

रिश्तों की गरिमा, मर्यादा, ना हो किंचित भंग,
नैतिकता पर कभी न छिटके, बदचलनी का रंग,
ऋषि मुनियों का दिव्यज्ञान सब, करना मुझे प्रदान ।
हे प्रभु ! पूरा कर देना बस, इतना सा अरमान !
ये विनती मेरी भूल ना जाना, मेरे कृपानिधान !!

संयम से, एकाग्र चित्त से, गूढ़ प्रश्न सुलझाऊं,
अर्जुन, एकलव्य जैसे ही, भेद के लक्ष दिखाऊं,
मित्रों के तर्कों, अभिमत की, व्याख्या करे निदान ।
हे प्रभु ! पूरा कर देना बस, इतना सा अरमान !
ये विनती मेरी भूल ना जाना, मेरे कृपानिधान !!

राजनीति, आरक्षण पचड़ों में, हमको क्या पड़ना,
लक्ष है अपना विद्या अर्जन, काहे लड़ना, भिड़ना,
उस का ही लोहा मानें सब, जो होता बुद्धिमान ।
हे प्रभु ! पूरा कर देना बस, इतना सा अरमान !
ये विनती मेरी भूल ना जाना, मेरे कृपानिधान !!

गर्ल फ्रेंड, नित नई अगर दी, प्रभू आपने मुझको,
सोने, चांदी, हीरे, पन्नों में, मैं जड़ दूंगा तुम को,
आपको नवपीढ़ी मानेगी, सच्चा पूज्यदेव, भगवान ।
हे प्रभु ! पूरा कर देना बस, इतना सा अरमान !
ये विनती मेरी भूल ना जाना, मेरे कृपानिधान !!

“पढने जब मैं जाऊं ईश्वर, इतना रखना ध्यान,
गर्ल फ्रेंड नई, हर कक्षा में, करना सदां प्रदान ।“
हे प्रभु ! पूरा कर देना बस, इतना सा अरमान !
ये विनती मेरी, भूल ना जाना, मेरे कृपानिधान !!

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