राष्ट्रीय ध्वज हमारा, राष्ट्रीय गान है,
राष्ट्र गीत पर हमें, देखिये अभिमान है,
राष्ट्रीय पशु, पक्षी, राष्ट्रीय फूल है,
राष्ट्र धर्म, कर्म, पात्र, ना चुने, ये भूल है,
शायद इसीलिए ये विश्व, हम पर मेहरबान है ।
राष्ट्रीय ध्वज हमारा, राष्ट्रीय गान है...
राष्ट्रीय कर्म, मानव धर्म की अवहेलना,
देश धर्म है यही, सिर्फ भ्रष्टता सहेजना,
पार्टी के नाम पर, अटैचियाँ बटोरना,
वोट बैंक के लिए, अनुदान का बिखेरना,
भ्रष्टाचार इस देश की, आन, बान, शान है ।
राष्ट्रीय ध्वज हमारा, राष्ट्रीय गान है....
यदि सुझाव ठीक ठाक, आप को लगे अगर,
भिक्षा पात्र, कटोरा शब्द, उपयुक्त नहीं त्याग कर,
“ राष्ट्रीय बर्तन ” कहो, सम्मान का प्रतीक है,
“ भीख ” शब्द है बुरा, सहयोग ही सटीक है,
भीख मांगने में अपना, भारत देश ही प्रधान है ।
राष्ट्रीय ध्वज हमारा, राष्ट्रीय गान है...
देश के हर कार्य में, हवाले, काण्ड हो रहे,
हम युगों युगों का मान, कीर्तिमान खो रहे,
भ्रष्ट, दुष्ट, चाटुकार, सत्ता की मौज ले रहे,
कर्तव्यनिष्ठ, चरित्रवान, अपमान बोझ ढो रहे.
मिलीभगत से चल रही, सरकारी हर दुकान है ।
राष्ट्रीय ध्वज हमारा, राष्ट्रीय गान है.......
जाम में वो डूब कर, कहकहे लगा रहे,
स्वाभिमान बेच स्वर्ग, भूमि पर ही ला रहे,
स्व घर को भरे जा रहे, देश बेच खा रहे,
अंतर्राष्ट्रीय मदद हेतु, विदेश रोज जा रहे.
जो खाये चारा, यूरिया, वही तो बुद्धिमान है ।
राष्ट्रीय ध्वज हमारा, राष्ट्रीय गान है...
देश में कदम कदम पर, स्वर यहीं हैं गूंजते,
हम स्वतंत्रता, समानता का, संविधान पूजते,
सत्य यह होता अगर, पहेलियाँ ना बूझते ,
क्या वोट बैंक के लिए, आरक्षणों से जूझते ?
तुष्टिकरण, फ्री का माल, जीत का प्रमाण है।
राष्ट्रीय ध्वज हमारा, राष्ट्रीय गान है...
जाति धर्म नाम पर, समाज को न बाँटिये,
मंडलीय अस्त्र से, सवर्ण को न काटिए,
तोड़ने की परम्परा, आज से ही छोड़कर,
एकता के सूत्र में, इन्सान हर पिरोइए,
तोड़ता जो देश को, वह कैसा हुक्मरान है ।
राष्ट्रीय ध्वज हमारा, राष्ट्रीय गान है...
मंडलीय जातियों का, देश में बाहुल्य है,
कर्णधार के लिए, वोट माँ के तुल्य है,
बेच डाल देश तू, मदिरा ही बहुमूल्य है,
देख तेरे वोट का, क्या टके सा मूल्य है,
जब खरीद लेता सांसद, देश का प्रधान है ।
राष्ट्रीय ध्वज हमारा, राष्ट्रीय गान है...
भ्रष्टजन को कोटि कोटि, हिन्द का प्रणाम है,
भ्रष्टाचार, शिष्टता का, आज नया नाम है,
राष्ट्रीय युग पुरुष, सुखराम नेक नाम है,
जय ललिता जागरूक नारियों का नाम है.
आज देशभक्त, देशद्रोहियों का नाम है ।
राष्ट्रीय ध्वज हमारा, राष्ट्रीय गान है...
राष्ट्रीय ध्वज हमारा, राष्ट्रीय गान है,
राष्ट्र गीत पर हमें, देखिये अभिमान है,
राष्ट्रीय पशु, पक्षी, राष्ट्रीय फूल है,
राष्ट्र धर्म, कर्म, पात्र, ना चुने, ये भूल है,
शायद इसीलिए ये विश्व, हम पर मेहरबान है ।
राष्ट्रीय ध्वज हमारा, राष्ट्रीय गान है...