जनता के अपनत्व, प्यार से, मोदी जी अभिभूत,
हम सबने फिर चुनना है, सिर्फ विकास का दूत।
हम अन्धे भक्त नहीं मोदी के, ना राहुल के भक्त,
ना जग की ममता, माया पर, कभी हुए आसक्त,
सिर्फ वोट क्या, सांसें, धडकन, कतरा कतरा रक्त,
सिर्फ उनको अर्पित, जो कर दें, भारत देश सशक्त।
“हों समर्थ सब शिक्षित, विकसित, रहे न कोई अशक्त”!
“हों समर्थ सब शिक्षित, विकसित, रहे न कोई अशक्त”!!
इसी लक्ष्य, संकल्प की, जा कर, मंशा करिये व्यक्त,
बच्चों के उज्जवल भविष्य को, चुनने का यही वक्त,
आओ चलिये, इसी मकसद से, हम सब डालें वोट,
मिलके उन सबको नकार दें, जिनकी नीयत में खोट।
आप सभी से करवद्ध प्रार्थना कि कृपया अपने और अपने बच्चों के उज्जवल भविष्य के लिये वोट अवश्य करें।